प्रदूषण केद्रों पर पॉल्यूशन सर्टिफिकेट के लिए लग रही वाहनों की कतारें
punjabkesari.in Saturday, Sep 07, 2019 - 10:26 AM (IST)

फरीदाबाद (सुधीर राघव): नया मोटर व्हीकल एक्ट 2019 एक सितंबर से लागू होने के बाद लोगों में चालान का खौफ इस कदर शूमार हो गया है कि उन्हें रातों को नींद भी नहीं आ रही है। हर वक्त यही सोच रहे हैं कि हमारी गाड़ी के कौन-कौन से कागज अधूरे हैं, सुबह होते ही लोगों की लम्बी कतारें प्रदूषण जांच केंद्रों के बाहर देखी जा सकती हैं। वहीं प्रदूषण जांच केन्द्रों का काम देख रहे कर्मचारियों की तो चांदी हो गई है।
ह दिन भर प्रदूषण नवीनीकरण सर्टिफिकेट बनाने में व्यस्त हो गए हैं। आलम यह है कि लोग यहां कतारों में लगने के बावजूद अपनी बारी का इंतजार बेसब्री से करते हैं और यदि थोड़ा बहुत भी लेट होते हैं तो काउंटर पर खड़े कर्मचारी से उलझ जाते हैं । आलम यह है कि शहर के करीब 40 पेट्रोल पंप पर स्थित प्रदूषण जांच केंद्रों पर रोज 4 हजार के आसपास पॉल्यूशन सर्टिफि केट बन रहे हैं।
जो पहले के मुकाबले काफी ज्यादा हैं। पहले पूरे शहर में 8 सौ से 1000 के आसपास ही यह बनते थे।बीके नीलम रोड स्थित प्रदूषण जांच केंद्र के संचालक आलोक ने बताया कि जब से मोटर व्हीकल एक्ट 2019 लागू हुआ है, तब से इसमें काफी इजाफा हुआ है। अभी वह अपने यहां रोज 80 से 100 वाहनों का प्रदूषण जांच कर, उसका सर्टिफि केट जारी कर रहे हैं। पहले इसके लिए पूरे दिन में 7 से 10 ही वाहन पहुंचते थे।
यहां सबसे ज्यादा बाइक चालक पहुंच रहे हैं। उनकी संख्या 50 से ज्यादा रहती है।एनआईटी-5 निवासी आदेश ने बताया कि वह घर से सुबह व्यक्तिगत काम से निकले थे। उनका पॉल्यूशन सर्टिफि केट 2 दिन में खत्म होने वाला है। इसलिए वह अपना काम खत्म करके अपने घर के पास स्थित प्रदूषण जांच केंद्र पर पहुंचे हैं।