फीस के लिए छात्र को क्लास रूम से निकाला, प्रिंसीपल पर परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप

12/14/2019 12:30:53 PM

फरीदाबाद (महावीर गोयल): फीस के लिए छात्र को क्लास रूम से निकाला स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों के बीच तलवार खींच गई हैं और मामला पुलिस तक पहुंच गया है। पुलिस ने शुक्रवार को दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए।  गांव हीरापुर के नंदकिशोर का बेटा विनित निजी स्कूल में सातवीं कक्षा का छात्र है।

विनित का एडमिशन हरियाणा एजुकेशन एक्ट 2003 की धारा 134ए तहत हुआ है। हरियाणा सरकार के इस नियम के अंतर्गत 25 फीसदी गरीबी ब४चों को मुफ्त शिक्षा देने का प्रावधान है। यह हरेक स्कूल के लिए अनिवार्य है, लेकिन निजी स्कूल संचालक इस एजुकेशन एक्ट की अनदेखी करते हैं और फीस लेने का दबाव बनाते हैं। ऐसे ही विनित से फीस मांगने का आरोप है। नंदकिशोर का कहना है कि विनित से प्रिंसीपल आरती लावंड फीस मांगती है, जबकि विनित से पहले कभी फीस नहीं मांगी गई।

विनित को क्लास के अन्य बच्चों से अलग बैठाया जाता है और कई बार कक्षा से ही बाहर निकाल दिया जाता है। विनित से कहा जाता है कि आप जैसे विद्याथियों की वजह से स्कूल का स्टेटस गिर रहा है। इतना ही नहीं ट्रांसपोर्ट फीस देने के बाद भी विनित को स्कूल बस में बैठने नहीं दिया जाता है। इस तरह स्कूल प्रबंधन भेदभाव करके ब४चों में नफरत फैलाने का काम कर रहा है। जब नंदकिशोर 9 दिसंबर को अपने दोस्त रवि अग्रवाल के साथ स्कूल में शिकायत करने गया तो उसके साथ अभद्र व्यवहार किया।

इस बीच स्कूल के 4 कर्मचारियों ने नंदकिशोर के साथ हाथापाई शुरू कर स्कूल से बाहर जाने के लिए कहा। जब रवि अग्रवाल उन कर्मचारियों की विडियो बनाने लगा तो कर्मचारियों ने उनका फोन छीन लिया। जब वह मोटरसाइकिल से घर जाने लगे तो मोटरसाइकिल भी छीन ली। नंदकिशोर ने प्रिंसीपल के अलावा टीचर लिसा पर भी विनित को परेशान करने का आरोप लगाया है। नंदकिशोर ने इस पूरे मामले की शिकायत सदर बल्लभगढ़ थाने में की। शिकायत के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार को दोनों पक्षों को बुलाया। प्रिंसीपल भी थाने पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान ले लिए। इस मामले में टीचर लिसा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है और प्रिंसीपल से बात कर लें, लेकिन प्रिंसीपल से संपर्क नहीं हो पाया। 

Isha