सुरक्षित होगा स्मार्ट सिटी में महिलाओं का सफर, अभिभावकाें में खुशी
1/18/2020 5:02:14 PM
फरीदाबाद(महावीर गोयल): स्मार्ट सिटी की महिलाओं के लिए अच्छी खबर है। अब स्मार्ट सिटी की महिलाओं का सफर सुरक्षित हो सकेगा। सरकार द्वारा प्राइवेट वाहनाें में व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम के लिए मॉनीटरिंग सेंटर बनाने के निर्देश दिए गए हैं जिससे जिले की महिलाओं में खुशी का माहौल है। विशेष रूप से वे अभिभावक काफी खुश हैं जिनकी बेटियां व बहुएं प्राइवेट वाहनों से आवागमन करती हैं और उनकी सुरक्षा को लेकर वे चिंताग्रस्त रहते हैं। लेकिन अब सरकार के इन निर्देशों से उनकी मां, बेटियां, बहुएं व बहनें सुरक्षित सफर कर सकेंगी।
दरअसल, राज्यों की ओर से व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम के मॉनीटरिंग सेंटर बनाने की रफ्तार काफी धीमी है। ऐसे में केंद्र सरकार की तरफ से निर्भया फंड से राज्यों को आर्थिक मदद देने का निर्णय लिया गया है, जिससे महिलाओं और बच्चों की यातायात को सुरक्षित बनाया जा सके। दरअसल दिसंबर 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप के 7 साल से अधिक समय बीत जाने के बाद आखिर सरकार को महिलाओं की सुरक्षा की सुध आ ही गई। अब सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक फ्रेमवर्क तैयार किया है जिसे निर्भया फ्रेमवर्क नाम दिया गया।
इसके तहत पब्लिक के साथ प्राइवेट वाहनों में सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए जरूरी दिशानिर्देश जारी किए गए। इसी उद्देश्य को हासिल करने के लिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम के लिए मॉनीटरिंग सेंटर बनाने का निर्देश दिया।केंद्र सरकार की तरफ से इस प्रोजेक्ट को पूरा करने वाले राज्यों को निर्भया फंड से 332 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। केंद्रीय परिवहन विभाग की तरफ से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के के ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को पत्र लिखकर कहा गया कि वो फंड के लिए 15 फरवरी तक आवेदन कर सकते हैं।
वाहनों में लगेगा पैनिक बटन: वीटीएस के साथ सभी वाहनों में एक पेनिक बटन भी लगेगा। यह बटन बस में एक सीट छोड़कर लगेगा। जैसे ही किसी व्यक्ति को कोई भी समस्या होगी, वह तुरंत पेनिक बटन को दबा सकता है। बटन दबाते ही चंडीगढ़ में बनाए गए कंट्रोल रूम में इसकी सूचना मिलेगी। तुरंत ही बस के अंदर लगे कैमरा ऑन हो जाएगा। कंट्रोल रूम बैठा व्यक्ति तुरंत इसकी जानकारी नजदीकी पुलिस स्टेशन को देगा, ताकी फौरन व्यक्ति को राहत मिल सके। इसके अलावा आम लोगों के लिए एक एप भी जारी होगा। इस एप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति बस की लोकेशन को देख सकता है कि वह इस समय कहां पर पहुंची है।
निजी चालकों की नहीं चलेगी मनमानी : ट्रांसपोर्ट विभाग की तरफ लगाए जा रहे वीटीएस को लेकर निजी बस चालकों की मनमानी पर ब्रेक लग सकेगा। दरअसल बसों के टाइम टेबल को लेकर हमेशा निजी चालक मनमर्जी करते आ रहे है। इससे सरकार के खजाने के हमेशा चपत लगती आ रही है। वीटीएस लागू होने के बाद कोई भी निजी बस चालक समय से पहले वाहन चला नहीं सकेगा। यहां तक बस की स्पीड को भी ऑनलाइन चेक किया जा सकेगा। वही बसों में कैमरा लगे होने पर संख्या से अधिक सवारी बैठाने का खुलासा भी होगा।