तोडफ़ोड़ के बाद छलका लोगों का दर्द

6/20/2019 9:30:24 AM

फरीदाबाद(पूजा शर्मा): हाल ही में हार्डवेयर चौक पर ग्रीन बैल्ट खाली करवाने के नाम पर नगर निगम द्वारा की गई तोडफ़ोड़ के बाद लोगों का दर्द सामने आया। पेड़ों को सिर की छत बनाकर सड़क पर आए इन लोगों में सरकार के खिलाफ काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है। इन लोगों का आरोप है कि पूरे शहर में ग्रीन बैल्ट की भरमार है परंतु अधिकारियों ने मात्र भाजपा के कुछ नेताओं के इशारे पर उनके आशियाने उजाड़े हैं।

लोगों का आरोप है कि कुछ भाजपा नेताओं की दबंगई के चलते न केवल उनकी सिर की छत उनसे छीनी गई है बल्कि कई लोगों से मारपीट कर उन्हें घायल भी किया गया। पीड़ित लोगों ने सीधे तौर पर भाजपा सरकार में चेयरमैन पर अपने पद की दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए निगमाधिकारियों से तोडफ़ोड़ करवाने का आरोप लगाया है। पीड़ित लोगों का आरोप है कि उक्त नेता का ग्रीन बैल्ट के नजदीक प्लॉट होने के कारण उन्हें फायदा पहुंचाने के लिए यह कार्रवाई की गई है क्योंकि प्रशासन के कहने पर लोगों ने पहले ही ग्रीन बैल्ट को कब्जा मुक्त कर दिया था।

हाल ही में हार्डवेयर चौक पर नगर निगम के तोडफ़ोड़ दस्ते ने तोडफ़ोड़ को अंजाम दिया। इस तोडफ़ोड़ को अंजाम देने का कारण नगर निगम अधिकारियों ने एनजीटी के आदेशों को बताया था। दरअसल, नगर निगम अधिकारियों का कहना था कि एनजीटी द्वारा शहर में ग्रीन बैल्ट को कब्जा मुक्त कराने के आदेश दिए गए हैं। इन्हीं आदेशों की पालना करने के लिए निगम के अधिकारियों ने इस तोडफ़ोड़ को अंजाम दिया परंतु वास्तविकता की यदि बात करें तो नगर निगम अधिकारियों ने न केवल ग्रीन बैल्ट बल्कि ग्रीन बैल्ट के अलावा भी जमीन पर तोडफ़ोड़ की। जिससे घुमंतु जाति के लोग सड़कों पर आ गए। 

बरसात को लेकर चिंतित
तोडफ़ोड़ के बाद बेघर हुए ये लोग खुले आसमान के नीचे अपना सामान रखकर गुजर-बसर कर रहे हैं। इनमें छोटे बच्चे, बुजुर्ग व महिलाएं भी शामिल हैं। अब ये लोग बरसात को लेकर काफी चिंतित हैं क्योंकि बरसात आने पर इनके पास सिर छिपाने को छत भी नहीं हैं। महिलाओं का कहना है कि हाल ही में जब शहर में बारिश हुई तो वे छोटे-छोटे बच्चों को अपनी गोदी में लेकर बरसात से बचाती रहीं क्योंकि उन्हें तिरपाल तक लगाने नहीं दिया जा रहा है।

Pooja Saini