वोटर लिस्ट में नाम न होने पर धक्के खाते रहे मतदाता

5/13/2019 9:42:15 AM

फरीदाबाद(सूरजमल): 17वीं लोकसभा के चुनाव में जिला प्रशासन द्वारा की गई भारी तैयारियों के बावजूद भी कुछ मतदाताओं को भारी परेशानियां उठानी पड़ी। जिला प्रशासन की वोट डालने और वोट बनवाने की कई बार की अपील के बावजूद भी कई मतदाता अपने वोट नहीं बनवा पाए और अपना वोटर लिस्ट में नाम न मिलने पर बी.एल.ओ. से लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं तक धक्के खाते रहे। कई मतदाताओं पर पहचान पत्र तो था परंतु मतदाता सूची में उनकी वोट न होने की उन्हें परेशानी झेलनी पडी।

सैंकड़ों लोगों ने इस संवादादाता को बताया कि परिवार में या तो कुछ सदस्यों की वोटें काट दी गई हैं या फिर पूरे परिवार की वोटों को वोटर लिस्ट से समाप्त कर दिया है। टोपियों का रहा जोर-: मतदान केंद्र के 100 मीटर दायरे में किसी भी पार्टी कार्यकत्र्ता को पाटी सिंबल और बैनर होर्डिंग लगाने का आदेश नहीं था लेकिन पार्टी के प्रत्याशियों ने भी इस समस्या का हल ढूंढने के लिए अपनी पार्टी के मिलते जुलते रंग की बिना लिखी टोपियां व पार्टी से मिलता जुलता टैंट लगाकर यह एहसास करवाया कि मतदान केंद्र के ईर्द गिर्द उनके कार्यकत्र्ताओं की भी उपस्थिति है।
 
फरीदाबाद जिले की विधानसभाओं बल्लभगढ़ के ऊंचागांव, एनआईटी, ओल्ड फरीदाबाद में कई बूथों पर इलैक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी आ जाने के कारण बूथ के चुनाव अधिकारियों को मतदान रोकना पडा, जिसके कारण मतदान प्रात: 7 बजे की बजाय कहीं 8 बजे तो कहीं साढ़े 8 बजे शुरू हुआ। जिससे मतदाताओं का आक्रोश बढ़ गया और देरी के चलते मतदाताओं को तपती धूप में मतदान करना पड़ा।

नहीं दिखी दिव्यांगों को व्हील चेयर की सुविधा-: जिला प्रशासन अखबार और टीवी के माध्यम से मतदाताओं को आगाह कर रहा था कि दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं को मतदान केंद्र पर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। इस संवाददाता ने जब मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया तो न तो उन्हें बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर का इंतजाम दिखा और न ही तपती गर्मी में मतदाताओं के लिए पीने के पानी की सुविधा थी।

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