डेंगू और मलेरिया की रोकथाम करने में जुटा स्वास्थ्य विभाग (Watch Pics)

10/10/2015 12:51:17 PM

फतेहाबाद (रमेश भट्ट): प्रदेश में डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग तो जुटा ही है। अब आयुष विभाग भी आगे आया है। आयुष महानिदेशक के निर्देशानुसार फतेहाबाद नागरिक अस्पताल में स्थित आयुष विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया गया।

आयुष विभाग डेंगू बुखार के प्रति जागरूक कर रहा है और मरीजो का आयुष विभाग द्वारा आयुर्वेदिक व आयुष विभाग की अन्य पद्त्ति द्वारा लोगों का सफल इलाज भी किया जा रहा है लोग इसका फायदा उठा रहे है।

इस बारे जानकारी देते हुए जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ धर्मपाल पूनिया ने बताया कि आयुष विभाग के अस्पताल में आए डेंगू के रोगियों को बताया जा रहा है कि आयुर्वेद मतानुसार बुखार पित्त बाहुल्य रोग है, जिससे पूरे शरीर में उष्मा में इजाफा होने से रस रक्तादि धातुओं का सोम्यांश कम होने लगता है।

उष्मा को कम करने के लिए बार-बार स्वच्छ जलपान हरी सब्जियां और ताजा मौसमी फल जैसे मौसमी संतरा आंवला और अनार के रस का सेवन करना चाहिए। शरीर में जलीयांश बनाए रखने के लिए नारियल का पानी ठंडा दूध और शिकंजी का सेवन और रोगी को पूर्ण विश्राम कराना चाहिए।

डॉ धर्मपाल ने बताया कि डेंगू या मलेरिया बुखार होने से प्लेटलेट्स कम होने लगते हैं जिससे शरीर में काफी कमजोरी जाती है। रोगी को बुखार की अवस्था में गिलोय के तने का रस और प्लेटलेट्स को घटने से बचाने के लिए आयुर्वेदिक दवा घान्यकादि हिम का सेवन करना चाहिए।

इसके अलावा पपीते के पत्तों का रस मिश्री मिलाकर सेवन करना भी फायदेमंद है। उन्होंने बताया कि इस जागरूकता अभियान के दौरान लोगों को डेंगू मलेरिया से बचाव के लिए इश्तिहार भी वितरित किए जा रहे हैं।

गौरतलब है की फतेहाबाद जिला में अभी डेंगू के करीब 50 पॉजिटिव केस मिले हैं, जबकि डेंगू आशंकित रोगियों की संख्या लगभग 80 पार हो चुकी है। जबकि मलेरिया रोगियों की तादाद पिछले साल की तुलना में कम है। फिलहाल अभी तक मलेरिया रोगियों की कुल संख्या 104 है जबकि पिछले साल इसी अवधि तक मलेरिया रोगियों की संख्या 355 थी।