केबल बाक्स में धमाका, अंधेरे में डूबा रहा शहर

7/24/2019 8:08:47 AM

रतिया (बांसल): शहर के बुढ़लाडा रोड स्थित 33 के.वी.बिजलीघर में बीती रात करीब 10 बजे केबल बाक्स में धमाका होने से शहर में रातभर रही बिजली गुल रही है। पूरा शहर अंधेरे में डूबा रहा वहीं गर्मी के चलते शहरवासियों ने गलियों में घूमकर रात बिताई।बिजली कर्मचारी रात भर बिजली को दुरुस्त करते रहे हैं, लेकिन अलसुबह शहर के तीन फीडरों की बिजली सप्लाई जैसे चालू की फिर से धमाका होने से बंद हो गई। मंगलवार को भी बिजली कर्मचारी खराबी को दूर करने में लगे रहे। रात के करीब 10 बजे शहर को बिजली सप्लाई देने वाले 33 के.वी.सब-स्टेशन में अचानक तकनीकी खराबी आ गई। हालांकि बिजली कर्मचारियों ने उसी समय खराबी को दूर करने के प्रयास शुरू कर दिए थे।

गर्मी के मौसम में बिजली न आने के कारण शहरवासियों को भारी परेशानियों के बीच रात गुजारनी पड़ी। कुछ समय तक इन्वर्टर आदि चलने के बाद वे भी डाऊन होकर बंद हो गए। शहरवासी गर्मी व मच्छरों के बीच रात भर गलियों में बिजली आने का इंतजार करते रहे, लेकिन रातभर बिजली नहीं आई। लोग बार-बार बिजली शिकायत केंद्र में फोन कर बिजली की खराबी दूर होने व बिजली आने के बारे में पूछते रहे, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया गया। गुरमीत, जगजीत, भोला, रमनजीत, प्रवीन आदि शहरवासियों ने कहा कि बिजली निगम द्वारा हर साल गर्मी के सीजन से पूर्व कई दिनों तक मुरम्मत कार्य जाता है और पुराने यंत्रों को बदला जाता है लेकिन इसके बावजूद गर्मी के मौसम में कोई न कोई खराबी आ जाती है। लोगों का कहना है कि बिजली निगम को कोई विकल्प तैयार करना चाहिए ताकि बिजलीघर में खराबी आने पर शहर को किसी अन्य क्षेत्र से बिजली सप्लाई दी जा सके। 

लगातार 14 घंटे तक बिजली सप्लाई बंद रहने के कारण लोगों में भारी रोष देखा गया। हांलाकि अलसुबह 4 बजे खराबी को ठीक कर शहर के 3 फीडरों की बिजली सप्लाई चालू की गई थी लेकिन कुछ समय बाद फिर से खराबी आने से सप्लाई बंद हो गई। मंगलवार को भी कर्मचारी खराबी को दुरुस्त करने में लगे रहे। बिजली संकट के चलते शहर में पेयजल संकट भी उत्पन्न हो गया। मंगलवार को करीब पौने 12 बजे बिजली सप्लाई चालू हो सकी। जिससे शहरवासियों ने राहत की सांस ली। 

क्या कहते हैं एस.डी.ओ.
शहरी एस.डी.ओ.आनन्द प्रकाश का कहना है कि सब-स्टेशन में तकनीकी खराबी आ गई थी। जिसे ठीक करने के लिए स्थानीय कर्मचारियों के अलावा बाहर से भी कर्मचारियों को बुलाया गया था। कर्मचारियों द्वारा लगातार खराबी को ठीक करने के लिए कार्य किया गया। अब खराबी को दुरुस्त कर सप्लाई चालू करवा दी गई है। 

क्या कहते हैं कनिष्ठ अभियंता
जे.ई अरुण कुमार का कहना है कि वोल्टेज कम होने तथा ज्यादा गर्मी व लोड होने के कारण तकनीकी खराबी आ गई थी। 

Isha