ICICI बैंक से दिन दहाड़े साढे 9 लाख रूपए की राशि गायब, पढ़ें पूरी खबर

9/27/2016 8:54:29 PM

फतेहाबाद (रमेश भट्ट): फतेहाबाद के आई.सी.आई.सी.आई. बैंक से दिन दहाडे साढे 9 लाख रूपये की राशि के गायब होने का मामला सामने अाया है। पीड़ित उपभोक्ता डाक्टर सतीश बंसल ने बैंक के कर्मचारियों पर पैसो से भरा बैग गायब करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बैंक मैनेजर ने पैसे जमा करवाने मे उनकी मदद करनी की बात कहकर उनके पास भेजा लडका, उसी लडके की ओर से गायब किए गए पैसे, बैंक से घटना के समय की 20 मिनिट की सीसीटीवी फुटेज हुई गायब, एएसपी ने मौके पर लिया घटना का जायजा, बैंक की ओर से मिडिया को कवरेज करने से गया रोका, बैंक मैनेजर से सारे मामले नही दे पाए सही से जवाब।


फतेहाबाद के आईसीआईसीआई बैंक में आज सुबह शहर के चिकित्सक डॉ.सतीश बंसल के साढ़े 9 लाख रुपये से भरा हुआ बैग गायब होने का मामला सामने आया है। डॉ.सतीश बंसल रुपये गायब होने के पीछे बैंक कर्मचारियों को ही कठघरे में लाते हुए आरोप लगाए हैं। वहीं बैंक द्वारा उन द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को निराधार बताया है। एडीसी गंगाराम पूनिया, डीएसपी गुरदयाल सिंह ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। बताया जा रहा है कि इस घटनाक्रम के समय की सीसीटीवी फुटेज भी गायब है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.सतीश बंसल ने बताया कि उन्होंने भिवानी से नई गाड़ी खरीदनी थी, इसके लिए वे अपने बैंक अकाऊंट में साढ़े 9 लाख रुपये जमा करवाने आए थे। उनके अनुसार सुबह करीब 11 बजे वे रुपयों से भरा बैग लेकर बैंक पहुंचे, यहां बैंक के एक कर्मचारी को उन्होंने रुपये जमा करवाने बारे कहा तो उस कर्मचारी ने एक अन्य कर्मचारी को मदद करने के लिए साथ भेज दिया। उन्होंने बताया कि उक्त व्यक्ति ने उनका फोरम भरकर उनसे रुपयों से भरा बैग ले लिया और बोला कि कैश काऊंटर पर आकर फोरम जमा करवा दें। डॉ.सतीश बंसल ने बताया कि जब वे काऊंटर पर पहुंचे तो वहां बैठी महिला कैशियर ने बैंक अकाऊंट की लिमिट का हवाला देते हुए रुपये जमा करने से मना कर दिया। इस पर उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे। डॉ.बंसल ने बताया कि रुपये वापस मांगने पर कैशियर बोली कि आपने रुपये तो दिए ही नहीं तो वापस क्या करूं। इस पर उनके होश फाख्ता हो गए और वे बैंक मैनेजर से मिले। उन्होंने तुरंत बैंक की सीसीटीवी फुटेज देखनी चाही तो पहले तो बैंक से फुटेज को दिखाने से इंकार किया लेकिन बाद मे पुलिस और मीडिया के मौके पर पहुचने के दवाब मे बेंक की ओर से सीसीटीपी फुटेज दिखाई गई। लेकिन बैंक में आने और बैग गायब होने तक की फुटेज भी गायब मिली। उन्होंने बताया कि आरोपी युवक ने बैंक की नीली रंग की डे्रस पहनी हुई थी, इसलिए यह बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत है। वहीं बैंक प्रबंधन ने इन आरोपों को नकार दिया है। पीड़ित डॉक्टर ने कहा कि उनके रुपये बैंक से गायब हुए हैं, इसलिए बैंक उनके रुपये वापस करवाए।


इस मामले मे बैंक की ओर से मीडिया को बार-बार कवरेज करने से रोका गया। वही बैंक की ओर से 20 मिनट की सीसीटीपी फुटेज गायब होने से इस सारे मामले मे बेंक की मिलीभगत की ओर से ईशारा कर रहे है। वही इस मामले मे एएसपी गंगा राम ने बताया कि पुलिस की ओर से मामले की जांच की जा रही है। जल्द मामले को सुलझा लिया जाएगा।