डायरिया का प्रकोप...अस्पताल में बिस्तर की कमी होने पर खुले में पड़े मरीज

9/21/2016 4:28:01 PM

फतेहाबाद (रमेश भट्ट): रतिया की अरोड़ा कॉलोनी में फैला डायरिया बेकाबू होता नजर आ रहा है। डायरिया से पीड़ित लोगों का अस्पताल में आना लगातार जारी है। डायरिया से पीड़ित 300 से अधिक लोग विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। हालात यह है कि रतिया के सामान्य अस्पताल में आने वाले मरीज चारपाई भी अपने साथ ही ला रहे हैं। अस्पताल में जगह के अभाव में मरीज खुले में पड़े हुए हैं। इसके अतिरिक्त निजी अस्पतालों में भी उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने हालात को काबू में होने का दावा किया है कि मगर ग्राऊंड पर ऐसा नजर नहीं आ रहा है, अब रतिया की अरोड़ा कॉलोनी के साथ-साथ पूरे रतिया में डायरिया को लेकर दहशत का माहौल है। बिगड़ते हालत को देखते हुए उपायुक्त ने रतिया के डायरिया से प्रभावित इलाकों का दौरा किया और जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को तुरंत इलाके में लीकेज को बंद करने तथा आवश्यकतानुसार नई पाईप लाइन बिछाने के निर्देश दिए। इसके साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम को प्रभावित क्षेत्र में नजर बनाए रखने तथा डायरिया से पीड़ित मरीजों को समुचित उपचार दिए जाने के निर्देश भी दिए हैं। 


गौरतलब है कि दूषित पेयजल आपूर्ति के कारण रतिया की अरोड़ा कॉलोनी में पिछले कई दिनों डायरिया का प्रकोप चल रहा है। पिछले 72 घंटों में 300 से अधिक लोग डायरिया की शिकायत लेकर अस्पतालों में आ चुके हैं जबकि डायरिया के कारण 2 बच्चे अपने जान भी गवां चुके हैं। अस्पताल में भर्ती राजकुमार और मांगेखान ने कॉलोनी में फैले डायरिया के लिए सीधे तौर पर जनस्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराया है। इनका कहना है कि कॉलोनी वासी पिछले लंबे समय से कॉलोनी में दूषित पेयजल आपूर्ति किए जाने की शिकायत करते आ रहे हैं, मगर जनस्वास्थ्य विभाग ने इनकी कोई सुध नहीं ली। रतिया के सामान्य अस्पताल में तैनात एसएमओ डॉ. वीके जैन ने बताया कि कॉलोनी में फैले डायरिया का मुख्य कारण दूषित पेयजल आपूर्ति ही है। उनका कहना है कि फिलहाल स्थित नियंत्रण में है।