विदेशी नागरिक ने रिजर्व बैंक का हवाला देकर धोखे से 23 लाख रुपए हड़पे

2/11/2019 12:56:08 PM

फतेहाबाद(मदान): गांव जांडवाला सोत्तर निवासी भाल सिंह से एक विदेशी नागरिक ने कोरियर द्वारा सामान व पाउंड भेजने के नाम पर धोखा करते हुए 23 लाख रुपए हड़प लिए। आरोपी ने रिजर्व बैंक का हवाला देकर यह पैसे ऐंठे। ठगी का पता चलने पर पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस को की और पुलिस ने इस संबंध में विदेशी नागरिक निकोल अबरिल निवासी लंदन व राजीव के खिलाफ  विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

पीड़ित भाल सिंह ने पुलिस को बताया कि उक्त आरोपी निकोल अबरिल ने उससे सोशल मीडिया के माध्यम से सम्पर्क  किया और झूठा आश्वासन देकर कहा कि हम आपको लंदन से बढिय़ा क्वालिटी का सामान भेज रहे है, उससे आपको फायदा होगा जिस पर आरोपी ने कोरियर के माध्यम से सामान भेज दिया। कोरियर मुम्बई एयरपोर्ट आने के बाद उक्त आरोपी राजीव का कस्टम अधिकारी बनकर 16 नवम्बर 2018 को फोन आया कि आपका यू.के. से कोरियर आया हुआ है, उसको छुड़वाने के लिए आपको 39,900 रुपए की कस्टम ड्यूटी अदा करनी होगी। जिस पर उसने आरोपी के द्वारा बताए बैंक खाते में यह पैसे भेज दिए। उसके बाद फिर आरोपी राजीव ने कहा कि आपके कोरियर को इमीग्रेशन विभाग में स्कैन करने पर पता चला है कि कोरियर में 20 हजार जी.वी.पी. पाउंड है जिसको लेने के लिए आपको एन्टीटेरिस्ट प्रमाण पत्र लेना होगा और उसके लिए आपको 98,900 रुपए अदा करने होंगे। जिस पर उसने यह रकम भी 2 खातों में भिजवा दी।

उसके बाद भी उसे कहा गया कि यह जो पाउंड आए है, वह हम रिजर्व बैंक में जमा करवा रहे है, इस पाउंड को भारतीय करंसी में बदलकर 18 लाख 45 हजार 500 रुपए आपके खाते में आ जाएंगे। आरोपी राजीव ने आर.बी.आई. के नाम से एक फर्जी मेल बनाकर उसकी ई-मेल आई.डी. पर भेज दी। आरोपी राजीव ने उसे यह भी कहा कि आपका एक अस्थायी खाता रिजर्व बैंक में खुलेगा जिससे आप अपना पैसा अपने खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कर सकेंगे। आरोपी राजीव के बताए अनुसार उसने पैसा अपने खाते में ट्रांसफर करना शुरू किया तो पैसा 40 प्रतिशत पर जाकर रुक गया जिस पर उसे बताया गया कि आपको रिजर्व बैंक से एक सी.ओ.टी. कोड लेना होगा इसके लिए आपको 18 लाख 45 हजार 500 रुपए का 15 प्रतिशत के हिसाब से 2 लाख 76 हजार 825 रुपए रिजर्व बैंक को देने होंगे। शिकायतकत्र्ता ने आगे बताया कि अगले दिन 17 नवम्बर को उसके पास फिर आया कि आपका एक और लिफाफा मिला है जिसमेें 20 हजार पाउंड और मिले है।

पहले की तरह पैसे ट्रांसफर करने का प्रोसैस करने पर उसे बताया कि आपके खाते में राशि ज्यादा होने के कारण आपको टैक्स कोड की जरूरत होगी जिसके जिए आपको 5 लाख 90 हजार 560 रुपए जमा करवाने होंगे। जिस पर उसने यह रकम भी आरोपी के द्वारा बताए 9 अलग-अलग खातों में 22 नवम्बर 2018 को भेज दी। उसके बाद भी पैसे ट्रांसफर करवाने के नाम पर एन्टीट्रिसट कोड की मांग की तो आरोपी ने फर्जी कोड तैयार कर उसकी मेल पर भेज दिया। यह कोड लगाने के बाद पैसे ट्रांसफर तो हो गए, मगर पैसे ऑनलाइन नहीं दर्शाए तो उसने आरोपी राजीव से बात की। राजीव ने उसे भरोसा दिलाया कि आपके पैसे मैन्युल तरीके से भेज देंगे। 22 नवम्बर 2018 को ही आरोपी का फिर फोन आया कि आपके खाते में मैन्युल पैसा जमा नहीं हो रहे है क्योंकि आपका खाता अपग्रेड नहीं है। खाता अपग्रेड करवाने के लिए आपको 3 लाख 87 हजार 900 रुपए देने होंगे जिसका फंड आपके खाते में वापस आ जाएगा। जिस पर उसने 26 नवम्बर को आरोपी के द्वारा बताए 8 अलग-अलग खातों में यह पैसा जमा करवा दिया। 

उसके बाद भी उसके खाते में पैसा जमा न होने पर कहा गया कि आपको 8 लाख 96 हजार रुपए रिजर्व बैंक को देने होंगे और उसके 5 मिनट बाद ही आपके खाते में 36 लाख रुपए जमा हो जाएंगे। जिस पर उसने 29 नवम्बर को यह पैसा भी आरोपी द्वारा बताए 7 अलग-अलग खातों में जमा करवा दिया। फिर भी पैसा न आने पर उसने फिर आरोपी राजीव से सम्पर्क  किया तो कहा कि मैंने आपको लगभग 23 लाख रुपए दे दिए है, मगर अभी तक कोई भी पैसा मेरे बैंक खाते में नहीं आया है जिस पर आरोपी ने उसे कहा कि लेन-देन का समय ज्यादा होने के कारण आपके पैसे न ऑनलाइन ट्रांसफर हुए और न ही मैन्युल जमा हो रहे है इसीलिए आपको 1 लाख 98 हजार रुपए रिजर्व बैंक को जमा करवाने होंगे। उसे आरोपियों की बातों पर शक हुआ तो वह चंडीगढ सैक्टर-17ए में स्थित रिजर्व बैंक में जांच पड़ताल के लिए गया। वहां उसे पता चला कि आरोपियों ने आपस में साज-बाज होकर कुल 23 लाख रुपए धोखाधड़ी व जालसाजी से ऐंठे हैं।

Deepak Paul