जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते बीमारियों के ढेर पर बैठा शहर

10/22/2016 1:29:15 PM

रतिया (ललित): जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते शहरवासी बीमारियों के साए में जीने को मजबूर हैं। शहरवासियों के घरों तक जाने वाली पानी की सप्लाई गंदे पानी के नालों के बीच में से होकर गुजरती है जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। ऐसे में विभाग की इस मामले में अनदेखी एक बड़ा सवाल पैदा करती है क्योंकि गत दिनों ही रतिया की अरोड़ा कॉलोनी में गंदे पानी की सप्लाई के चलते फैले डायरिया से 2 बच्चों की मौत हो गई थी और सैंकड़ों लोग इस बीमारी से ग्रस्त हो गए थे। बावजूद इसके जनस्वास्थ्य विभाग ने इस ओर कोई सुध नहीं ली।

 

गंदे नाले के बीच में से निकलते हैं कनैक्शन
शहर की कई कॉलोनियों में लोगों के घरों को जाने वाले पानी के कनैक्शनों की पाइपें गंदे पानी की निकासी के बने नालों के ऊपर से होकर गुजरती हैं। कई घरों को जाने वाली पाइपें तो नाले के बीचों-बीच में से गुजरती हैं। ऐसे में यदि किसी घर को जाने वाली पाइप नाले के पास से टूट जाती है तो गंदा पानी उक्त पाइप में चला जाता है। ऐसे में उक्त गंदा पानी लोगों के घरों में जाता है जिससे लोगों को गंदे पानी की सप्लाई होती है और लोगों को बीमारियों के होने का भय बना रहता है। 

 

अवैध कनैक्शनों पर भी नहीं लगी रोक
वहीं शहर में अभी भी ऐसे कई अवैध कनैक्शन चल रहे हैं जिन पर अभी भी जनस्वास्थ्य विभाग कोई रोक तक नहीं लगा पाया है। हालांकि अरोड़ा कॉलोनी में हुई डायरिया की घटना के बाद जनस्वास्थ्य विभाग हरकत में आया था और कई कॉलोनियों में अवैध कनैक्शनों के होने पर ऐसे लोगों को नोटिस भी दिए थे लेकिन यह विभागीय कार्रवाई सिर्फ नोटिस तक ही सिमट कर रह गई है। 
 
 

नहरों में भी डाला जा रहा है गंदा पानी
ऐसा नहीं है कि सारी कमी जनस्वास्थ्य विभाग में ही है। कुछ कमियां शहरवासियों में भी हैं। शहर के बीचों-बीच में से 2 नहरें गुजरती हैं। नहरों के आस-पास की कॉलोनियों के लोगों द्वारा अपने घरों का गंदा पानी नहरों में गिराया जा रहा है। ऐसे में नहरों का पानी दूषित हो रहा है। उक्त पानी को विभिन्न कार्यों को प्रयोग में लाने वाले लोगों को भी बीमारियों का खतरा बना हुआ है। हालांकि इस मामले में अब तक जनस्वास्थ्य विभाग करीब 100 लोगों को नोटिस थमा चुका है लेकिन नहरों में गंदा पानी गिराया जाना अभी भी जारी है। ऐसे में शहर को कैसे बीमारियों से बचाया जा सकता है।  

 

क्या कहते हैं एस.डी.ओ.
वहीं इस मामले में जनस्वास्थ्य विभाग के एस.डी.ओ. रणधीर सिंह ने कहा कि इस मामले में लोगों को कई बार जागरूक किया जाता है। जनस्वास्थ्य विभाग ने अवैध तरीके से ऐसे कोई कनैक्शन जारी नहीं किए, बल्कि लोग अपने ही स्तर पर कनैक्शन लगा लेते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।