इस बुजुर्ग की हिम्मत के आगे हारे युवा, चटाई धूल (देखें तस्वीरें)

1/13/2016 11:59:37 AM

फतेहाबाद (रमेश भट्ट): फतेहाबाद जिला के गांव नथवान निवासी 92 वर्षीय महेंद्र सिंह ढिल्लों ने मध्यप्रदेश के विदिशा में हुई राष्ट्रीय 37वीं मास्टर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में स्वर्ण, सिल्वर कांस्य पदक जीते हैं। इससे पहले पंचकूला में हुई राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भी वह कई मैडल जीत चुके हैं।

इसी आधार पर उनका चयन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए किया गया। प्रतियोगिता 5 से 9 जनवरी तक मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के न्यू स्टेडियम में हुई थी। मुख्यअतिथि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने विजेताओं को सम्मानित किया था।

महेंद्र सिंह अपने गांव नथवान पहुंचने पर महेंद्र सिंह ढिल्लों का लोगों ने स्वागत किया। महेंद्र सिंह ढिल्लों ने शॉटपुट में स्वर्ण पदक, जैवलीन में सिल्वर और 100 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीता है। इससे पहले वे पंचकूला में आयोजित हुए राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भी कई मैडल जीत चुके हैं।

महेंद्र सिंह ने कहा कि वह ओलिंपिक में भाग लेकर देश के लिए स्वर्ण पदक लाना है। उन्होंने युवाओ के लिए सन्देश देते हुए कहा कि वे नशे को त्याग कर खेलों की और अपना रुझान करे ताकि अपनी सेहत को ठीक रख सके।

उन्होंने बताया कि आजकल युवा नशे को अपना प्रोफेशन समझ रहे है लेकिन नशा शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक है। इससे हर नागरिक को बचना चाहिए।

उन्होंने बताया कि उनकी दिनचर्या सुबह व्यायाम और दिन में गुरबानी पढ़ते है और किसी भी प्रकार का नशा नहीं करते है। उनका मकसद कनाडा में हो रहे वर्ड वेस्टर्न खेल प्रतियोगिता में भाग लेकर देश के लिए गोल्ड मेडल जीतेंगे।

पूर्व सैनिक एवं बुजुर्ग खिलाडी महेंद्र सिंह की इस उपलब्धि पर उनके पोते गुरविंदर सिंह ने बताया की उन्हें अपने दादा की इस उपलब्धि पर उन्हें गर्व है जो काम युवा वर्ग नहीं कर सकता उसको उन्होंने 92 साल की उम्र में किया है।
गौरतलब है की महेंद्र सिंह ढिल्लों पूर्व सैनिक भी हैं।

1925 में पाकिस्तान के जिला लाहौर के चक-53 में जन्मे महेंद्र सिंह ढिल्लों पढ़ाई के बाद फौज में भर्ती हो गए थे। महेंद्र सिंह को शहर में बापू के नाम से पुकारा जाता है।