स्वाइन फ्लू से महिला मौत मामला: पीड़ित परिवार ने स्वास्थ्य सेवाएं लेने से किया इंकार

2/7/2016 2:24:28 PM

रतिया (झंडई): गांव महमड़ा की महिला राजेन्द्र कौर की स्वाइन फ्लू से मौत हो जाने के मामले के बाद सामान्य अस्पताल फतेहाबाद के चिकित्सकों द्वारा मृतका के पति रेशम सिंह का स्वाइन फ्लू का टैस्ट करवाए बिना ही दवाइयां देने के मामले में परिवार द्वारा विभाग के प्रति आक्रोश जाहिर किए जाने पर एकाएक स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया।

गत सायं को ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मृतका के आवास पर पहुंच गई और परिवार के सदस्यों के समक्ष न केवल स्वाइन फ्लू के टैस्ट करवाने का आह्वान किया, बल्कि परिवार के सभी सदस्यों को टैमीफ्लू टैबलेट खाने का भी आह्वान किया, मगर परिवार के सदस्यों ने स्वास्थ्य विभाग के आह्वान को ठुकरा दिया और अपने स्तर पर ही इलाज करवाने और टैस्ट करवाने की चेतावनी दे दी। हालांकि परिवार के सदस्यों द्वारा टैस्ट न करवाने व टैबलेट न लेने के पश्चात स्वास्थ्य विभाग की टीम बैरंग लौट आई थी लेकिन शनिवार सुबह ही स्वास्थ्य विभाग ने पुन: टीम को भेज कर पूरे गांव में ही घर-घर जाकर सर्वे शुरू करवा दिया।

बताया जाता है कि गत दिवस गांव महमड़ा की महिला राजेन्द्र कौर की हिसार के निजी अस्पताल में मौत हो गई थी। एक लैब द्वारा लिए गए सैम्पलों में उपरोक्त महिला की मौत का कारण स्वाइन फ्लू बताया गया था।

इस बात की पुष्टि बाद में सामान्य अस्पताल के मुख्य चिकित्सक विजय जैन ने करते हुए मृतका के पति रेशम सिंह को अस्पताल में बुलाकर उसे टैस्ट हेतु फतेहाबाद के सिविल अस्पताल में रैफर किया था। जहां कल पूरा दिन बीतने के बावजूद भी फतेहाबाद के चिकित्सकों ने उपरोक्त पीड़ित रेशम सिंह के स्वास्थ्य की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया और बिना टैस्ट किए ही उसे खांसी-जुकाम आदि की दवाई देकर वापस भेज दिया।

टैस्ट न किए जाने को लेकर उपरोक्त परिवार के अलावा गांव के लोगों में आक्रोश फैल गया और मीडिया के समक्ष पेश होकर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को शिकायत करने की चेतावनी दे दी। परिवार के सदस्यों द्वारा उपरोक्त चेतावनी दिए जाने के पश्चात स्वास्थ्य विभाग में एकाएक हड़कंप मच गया, जिसके पश्चात मुख्य चिकित्सक ने कल देर सायं को ही महिला चिकित्सक डा. डोली व फार्मासिस्ट जनक राज के नेतृत्व में एक टीम को गांव महमड़ा में मृतका के आवास पर भेज दिया।

बताया जाता है कि जब उपरोक्त टीम मृतका के आवास पर पहुंची तो परिवार के सदस्यों ने स्वास्थ्य विभाग के प्रति जमकर भड़ास निकाली और इस दौरान उन्होंने फतेहाबाद के चिकित्सकों द्वारा किए गए दुव्र्यवहार को लेकर मोबाइल फोन की रिकाॄडग आदि भी सुनाई।

हालांकि इस दौरान परिवार के सदस्यों ने रतिया सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों की सेवाओं से काफी संतुष्टि दिखाई लेकिन फतेहाबाद अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों के प्रति काफी भड़ास निकाली। उन्होंने दो-टूक चेतावनी देते हुए कहा कि वह सरकारी स्तर पर किसी भी परिवार के सदस्य का टैस्ट नहीं करवाएंगे और न ही कोई सरकारी दवाई प्राप्त करेंगे, बल्कि अपने स्तर पर ही निजी अस्पतालों से उपचार करवाएंगे।

परिजनों ने दवाइयां लेने से किया इंकार
इस संदर्भ में जब मुख्य चिकित्सक डा. विजय जैन से बात की तो उन्होंने बताया कि कल सायं मृतका राजेन्द्र कौर के आवास पर चिकित्सकों की टीम गई थी और इस दौरान परिवार के सदस्यों ने स्वाइन फ्लू के सैम्पल देने व टैमीफ्लू की टैबलेट लेने से मना कर दिया था। उन्होंने बताया कि आज सुबह ही डा. रविश गोदारा के नेतृत्व में गांव महमड़ा में टीमें भेजी गई हैं, जो घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं।