प्रघुमन, निर्भया के बाद अब गुडिय़ा कांड से कांप उठी हर अभिभावक की रूह

12/11/2017 12:33:19 PM

टोहाना(वधवा):आए दिन महिलाओं से छेड़छाड़ व नन्हीं बेटियों से बलात्कार के बाद हत्या की घटनाओं ने आज हर अभिभावक के मन मेंं डर पैदा कर दिया। इन्हीं घटनाओं बारे पंजाब केसरी संवाददाता ने शहर के गण्यमान्यों की राय जानी तो सबका अलग-अलग शब्दों में एक ही उतर था कि महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा पर विशेष कानून बनाए जाएं। डा. शिव सचदेवा ने कहा की प्रदुमन, निर्भया व गत दिनों उकलाना के गुडिय़ा कांड ने प्रदेश व देशभर के अभिभावकों में अपने बच्चों की सुरक्षा व महिलाओं में अपनी सुरक्षा को लेकर कही न कही भय दिखाई दे रहा है।

आज हमारे समाज को जरूरत है तो कानून के साथ-साथ अपने बच्चों को अच्छे संस्कार व शिक्षा देने की। जबकि हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रधान राजेंद्र ठकराल का कहना है कि आज उक्त सभी घटनाओं से हर वर्ग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है और बच्चों के माता-पिता को उनकी सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जहां कठोर कानून बनने चाहिएं, वहीं हर बच्चे के माता-पिता को अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति सजग रहना चाहिए। 

उन्होंने उकलाना में गुडिया कांड की निंदा करते हुए कहा कि ऐसा करने वाले आरोपी को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जिससे भविष्य मेंं कोई भी ऐसी घटना घटित न हो। ईश कुमार सरना ने कहा कि महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा के हितों को ध्यान में रखते हुए पुलिस विभाग को सतर्क होना चाहिए व समाजसेवी संगठनों को भी ऐसी घटनाएं घटित न हों विभिन्न कदम उठाने चाहिएं। उद्योगपति दीप सिंह पुन्नी ने कहा कि प्रदेश भर में बच्चों पर हो रही घटनाओं से वे काफी चिंतित हैं। हमें अभिभावक होने के नाते बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटना चाहिए तथा आज के समय में हर अभिभावक को सतर्क रहने की आवश्यकता है। 

जगदीश पाहवा ने कहा कि बच्चे हर माता-पिता की उम्मीद व रोशनी की नई किरण होते हैं। आज जिस तरह की घटनाएं बच्चों के साथ हो रही हैं यह सुनकर हर अभिभावक की रूह कांप उठती है। प्रेम सिंह मैग्गी ने कहा कि  सोशल मीडिया जहां एक और हमारे समाज के लिए वरदान साबित हुई है, वहीं अभिशाप भी। आज हर माता-पिता को अपने बच्चों को शिक्षा व खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित कर उन्हें एक अच्छे मित्र बनकर अच्छी शिक्षा व संस्कार प्रदान करते हुए मोबाइल के प्रयोग से दूर रखना चाहिए व उकलाना में हुई गुडिय़ा की निर्मम हत्या पर दुख व्यक्त करते उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से हर अभिभावक को जागरूक होकर अपने बच्चों की सुरक्षा का स्वयं जिम्मा उठाना चाहिए।