‘चिट्टा’ के खिलाफ पुलिस ने अलसुबह चलाया सर्च अभियान

7/12/2019 1:09:38 PM

रतिया (झंडई): शहरवासियों के अलावा क्षेत्र के अनेक गांवों के प्रतिनिधियों द्वारा नशे विशेषकर ‘चिट्टा’ के खिलाफ खुलकर आने के बाद गुरुवार अलसुबह पुलिस कप्तान विजय प्रताप सिंह के दिशा-निर्देश पर उप पुलिस अधीक्षक धर्मबीर सिंह के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने शहर के विभिन्न वार्डों के घरों में प्रवेश कर सर्च अभियान चलाया। इस अभियान के तहत महिला पुलिस कर्मचारियों का भी विशेष सहयोग लिया गया। अलसुबह पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई को लेकर उन लोगों में ज्यादा हड़कम्प मचा हुआ था जो लोग ऐसे नशे की तस्करी में संलिप्त थे। 

उल्लेखनीय है कि रतिया क्षेत्र पंजाब सीमा से सटा होने के कारण क्षेत्र में नशे का प्रचलन बहुत अधिक हो गया था और विशेषकर चिट्टा के प्रभाव में युवा वर्ग के साथ-साथ अनेक वार्डों की महिलाएं भी चपेट में आ गई थीं। बताया जाता है कि अनेक वार्डों के लोगों ने तो पुलिस के समक्ष नशा तस्करों की विशेष सूची भी सौंपी है, जिसके बाद ही पुलिस कप्तान ने ऐसे तस्करों को पकडऩे के लिए ही विशेष अभियान चलाया है। बताया जाता है कि अलसुबह ही उप पुलिस अधीक्षक के अलावा स्पैशल स्टाफ के इंचार्ज रविश कुमार, शहर थाना प्रभारी पवन कुमार, सदर थाना प्रभारी कपिल सिहाग आदि के नेतृत्व में अलग-अलग टीमें बनाई गईं। 

इन टीमों में महिला पुलिस कर्मचारियों को भी शामिल किया गया। योजनाबद्ध तरीके से ही शहर के वार्ड नं.-3 व 4 में सर्च अभियान चलाया और घर-घर तलाशी ली गई। हालांकि इस तलाशी के दौरान पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है, लेकिन नशा बेचने वालों को पुलिस की सख्ती के साथ-साथ लोगों के सहयोग का संदेश अवश्य मिला है। 
उपपुलिस अधीक्षक ने सर्च अभियान की विशेष जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कप्तान के आदेश पर ही पूरे जिले को नशामुक्त करने के लिए इस तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आमजन की सूचना से ही पता चला था कि शहर के कुछ वार्डों में चिट्टा बेचा जा रहा है इसलिए इसकी रोकथाम को लेकर ही सुबह-सुबह सर्च अभियान चलाया गया है और भविष्य में भी जारी रहेगा।

साहब बहादुर सम्मान नहीं, बच्चयां दी जिंदगी चाहिदी है
बताया जाता है कि अलसुबह पुलिस टीम ने शहर के विभिन्न वार्डों में दबिश दी तो इस दौरान पुलिस अधिकारी ने पुन: दोहराया कि नशे बेचने वालों की तुरंत सूचना दें और सूचना देने वाले का नाम न केवल गुप्त रखा जाएगा, बल्कि उसे सम्मानित भी किया जाएगा। जैसे ही उपरोक्त पुलिस अधिकारी ने सम्मान की बात की तो एक पीड़ित महिला ने दुख भरे शब्दों में कहा कि साहब बहादुर सम्मान नहीं, बच्चयां दी जिंदगी चाहिदी है। उपरोक्त महिला ने यह भी कहा कि वह अब खुलकर ही नशे बेचने वालों की सूचना देगी और वह पुलिस की मुहिम में भी आगे रहेगी।

Isha