हड़ताल : रोडवेज को रोज लग रहा 2 करोड़ का ‘फटका’

10/29/2018 11:42:04 AM

फतेहाबाद: हरियाणा सरकार दावा कर रही है, आवाम को सहूलियत को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग की सभी सरकारी बसें विभिन्न रूटों पर चलाई जा रही है, जिससे सरकारी खजाने में बढ़ौतरी हो रही है। वहीं तालमेल कमेटी के सदस्य प्रैस नोट जारी कर यह दावा कर रहे हैं कि सरकार झूठे दावे कर जनता को गुमराह कर रही है। सरकारी नेता और तालमेल कमेटी के सदस्यों की सच्चाई जानने के लिए पंजाब केसरी ने परिवहन विभाग की वैबसाइड से ऑन लाइन रिकार्ड खंगाला। आंकड़ों ने चौंकाने वाली सच्चाई से पर्दा उठा डाला। वैबसाइड के रिकार्ड के मुताबिक 27 अक्तूबर को प्रदेश भर के 25 डिपुओं से 840 सरकारी बसें चली। 

जबकि रोड़वेज कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से पहले यानी अगर 14 अक्तूबर परिवहन विभग की 3285 सरकारी बसों ने रफ्तार भरी, और परिवहन विभाग के कुनबे ने मिलकर सरकारी राजस्व में 2 करोड़ 93 लाख 521 रुपए की बढ़ोतरी की, प्रति किलोमीटर आयटैक्स निकाल कर 26 रुपए 73 पैसे आई। सरकारी बसों ने यह राशि 10 लाख 98 हजार 834 किलोमीटर तय कर कमाई। 27 अक्तूबर का रिकार्ड गवाही दे रहा है कि परिवहन विभगा के राजस्व में आए दिन 8 लाख का फटका लग रहा है। अनट्रेंड चालकों के हाथों में मौत का स्टेयरिंग थामने से महज 13 दिन में करीब 250 बसों में तकनीकि खामियां आ चुकी हैं। फतेहाबाद वर्कशॉप के मैनेजर ने बताया कि हड़ताल से लेकर 27 अक्तम सदस्यबर तक 30 बसों की केल्चपल्ट खराब हो चुकी है।

अगर बात फतेहाबाद डिपो की करें तो हड़ताल से पूर्व 14 अक्तूबर को 35 हजार 699 किलोमीटर सरकारी लॉरी चली और जिसके चलते 10 लाख 8 हजार 671 रुपए सरकार के राजस्व में जमा हुए। वहीं, 27 अक्तूबर के रिकार्ड के मुताबिक 12 हजार किलोमीटर , फतेहाबाद डिपो से सरकारी बसें चली। जिससे महज 2 लाख 37 हजार रुपए राजस्व में जमा हुए। यह तो अकेले फतेहाबाद शहर से निकलने वाली बसें की सच्चाई है। अगर परिहवन विभाग क राजस्व पर प्रकाश डालें तो प्रति दिन रोडवेज को 2 करोड़ 85 लाख का फटका लग रहा है।

Rakhi Yadav