नशे के खिलाफ  आमरण अनशन पर बैठे प्रवीन काशी को समर्थन देने पहुंचे शेरसिंह राणा

punjabkesari.in Saturday, Jul 20, 2019 - 11:19 AM (IST)

फतेहाबाद (ब्यूरो) : देशभर में जनलोकपाल बिल लाने के लिए जनक्रांति लाने वाले राष्ट्रीय सामाजिक कार्यकत्र्ता अन्ना हजारे नशाबंदी व हैरोइन, स्मैक आदि पर ठोस कानून बनाने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे प्रवीन काशी को समर्थन देने पहुंचेंगे। पपीहा पार्क  में हरियाणा को नशामुक्त बनाने का ध्येय लेकर 15 दिन से आमरण अनशन पर बैठे प्रवीन काशी के समर्थन में अन्ना हजारे को लाने की जिम्मेदारी स्वयं राष्ट्रीय गौरक्षक संत गोपालदास ने संभाली है।

उनके नेतृत्व में हरिद्वार से एक टीम अनशन में शामिल होने का न्यौता देने रालेगन सिद्धी जाएगी। अनशन के 15वें दिन अफगानिस्तान से महाराजा पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां लाने के बाद विख्यात हुए शेर सिंह राणा ने अनशनस्थल पर पहुंच नशाबंदी आंदोलन को समर्थन दिया व अनशनकारी प्रवीन काशी का हाल-चाल जाना। समर्थन देने वालों में आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयङ्क्षहद 22 जुलाई को पपीहा पार्क में अनशन स्थल पर पहुंचेंगे, जबकि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर व स्वराज आंदोलन प्रमुख योगेंद्र यादव भी इसी सप्ताह नशाबंदी आंदोलन का हिस्सा बनेंगे।

अनशन के चलते प्रवीन काशी की बिगड़ती हालत को ध्यान में रखते हुए आंदोलन की आगामी रूपरेखा बनाने के लिए समर्थन दे रहे विभिन्न संगठन पदाधिकारियों ने अनशनस्थल पर बैठक भी की।

काशी की बिगड़ी हालत, पुलिस बल संग पहुंचे चिकित्सक
फतेहाबाद: अनशन के 2 सप्ताह बीत जाने के बाद आमरणन अनशनकारी प्रवीन काशी की बिगड़ती हालत की सूचना पाकर डी.एस.पी. धर्मबीर पूनिया पुलिस बल व स्वास्थ्य विभाग की टीम लेकर पपीहा पार्क  पहुंच गए। जब वे अनशन स्थल पर पहुंचे तो प्रवीन काशी समर्थन दे रहे संगठन पदाधिकारियों व आम लोगों संग बैठक कर रहे थे। स्वास्थ्य विभाग से डा. गुंजन बंसल ने प्रवीन काशी की स्वास्थ्य जांच उपरांत उन्हें अस्पताल में भर्ती होने का आग्रह किया।

इसी बीच मौके पर मौजूद शहर थाना प्रभारी सुरेंद्र कंबोज व प्रवीन काशी के बीच नशा तस्करी को लेकर बहस छिड़ गई। इस पर अनशनकारी प्रवीन काशी ने स्पष्ट किया कि जब तक उपायुक्त उन्हें ब्लाक स्तरीय पुनर्वास केंद्र खोले जाने व नशा तस्करों पर नकेल कसने का ठोस विश्वास नहीं दिलवाते, वे अनशन खत्म नहीं करेंगे। इसके बाद उपस्थित संगठन पदाधिकारियों के विरोध को देख पुलिस प्रशासन की टीम व चिकित्सक वापस चले गए।


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Edited By

Naveen Dalal

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