व्यापारी की दुकान में पहुंचकर किसान ने गटका जहर, बेहोश

7/9/2019 11:41:09 AM

रतिया (झंडई): सोमवार सुबह उप मंडल के गांव बलियाला के एक किसान द्वारा आपसी लेन-देन को लेकर शहर की अनाज मंडी की एक दुकान के अंदर पहुंचकर जहरीला पदार्थ गटक लेने का मामला प्रकाश में आया है। किसान द्वारा जहरीला पदार्थ गटकने के पश्चात उसे बेहोश होता देखकर उसके साथ आई वृद्ध मां संतो बाई भी बेहोश हो गई। दोनों मां-बेटे को बेहोश होता देखकर मण्डी के व्यापारियों ने उन्हें उपचार के लिए रतिया के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया, लेकिन किसान भगवान दास की हालत गंभीर होने के कारण चिकित्सकों ने अग्रोहा रैफर कर दिया। हालांकि दोनों मां-बेटा पूरी तरह बेहोश होने के कारण जहर गटकने का पूरा उल्लेख नहीं हो पाया है, लेकिन मौके पर पहुंचे किसान के परिजनों का कहना है कि भगवान दास ने जिस दुकान में जाकर उपरोक्त जहर गटका है, उस दुकानदार के साथ पिछले काफी समय से आपसी लेन-देन था। 

इधर उपरोक्त किसान द्वारा घटित घटना को लेकर व्यापार मण्डल के प्रतिनिधियों में काफी आक्रोश पाया जा रहा है और इस मामले में व्यापारियों को ब्लैकमेल करने की भी बात की जा रही है। इस घटना को लेकर व्यापारियों का शिष्टमंडल व्यापार मण्डल के अध्यक्ष रमेश गर्ग पप्पू के नेतृत्व में शहर थाना के कार्यवाहक थाना प्रभारी से मिला और इस मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग करने के साथ-साथ आत्महत्या का प्रयास करने वाले किसान के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की है। 

शहर की अनाज मण्डी की मेहता ट्रेङ्क्षडग कम्पनी के मालिक सुदर्शन मेहता व विकास मेहता ने बताया कि उन्होंने काफी समय पहले किसान भगवान दास से करीब डेढ़ कनाल जमीन ली थी और इस जमीन के उन्होंने पैसे देते हुए रजिस्ट्री करवाकर कब्जा ले लिया था। उन्होंने उपरोक्त किसान से खरीदी गई जमीन को अन्य किसी व्यक्ति को बेच दिया था, जिसके चलते वह काफी नाराज चल रहा था। वह पहले भी उन्हें इस तरह की अनेक धमकियां दे चुका है, जिसके चलते उन्होंने शहर थाना में शिकायत भी की थी। थाने में शिकायत दिए जाने के बाद पंचायत के प्रतिनिधियों व अन्य गण्यमान्य लोगों के बीच ही समझौता हुआ था।

आज सुबह भगवान दास अपनी माता के साथ दुकान पर पहुंचा तो उसने आते ही विकास के दुकान पर न होने की बात पूछी और इसके पश्चात उसने अपनी जेब से ही जहरीला पदार्थ निकाल लिया और पी लिया। दुकानदार ने बताया कि इस परिदृश्य को देखकर उसकी मां भी बेहोश हो गई और उन्होंने शिष्टाचार के नाते ही सहयोगी मण्डी के व्यापारियों के सहयोग से उपचार के लिए रतिया के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवा दिया था।

Isha