हरियाणा में 2015 से 2022 तक 21437 पुलिसकर्मियों की हुई भर्ती
punjabkesari.in Thursday, Sep 07, 2023 - 08:34 PM (IST)
गुड़गांव, ब्यूरो: हरियाणा पुलिस के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि अपने नागरिकों के जान व माल की सुरक्षा करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी होती हैं जिसको निभाने में पुलिस विभाग का बहुत बड़ा योगदान होता है। हरियाणा सरकार ने वर्ष 2015 से 2022 तक प्रदेश में पुलिस बल को मजबूत करते हुए 21437 महिला एवं पुरुष पुलिस कर्मियों की भर्ती की है। उन्होंने यह बात वीरवार को गुरुग्राम के पुलिस प्रशिक्षण केंद्र, भौंडसी में प्रथम वाहिनी, दुर्गा शक्ति हरियाणा सशस्त्र पुलिस बल की महिला प्रशिक्षुओं के दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए कही।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पुलिस की नौकरी व्यवसाय न होकर एक सेवा है और सभी महिला प्रशिक्षुओं के अभिभावकों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं जिन्होने अपनी बेटियों को पुलिस सेवा के लिये प्रेरित किया। सभी महिला प्रशिक्षु भी विशेष स्नेह व बधाई की पात्र है जिन्होंने अत्यन्त चुनौतीपूर्ण पुलिस सेवा को अपना जीवन यापन जनसेवा का जरिया बनाया है और कड़ी मेहनत व से अपना प्रशिक्षण कुशलतापूर्वक पूरा किया। हरियाणा सरकार महिलाओं को और अधिक सशक्त बनाने के लिये अपने नागरिकों के प्रति वचनबद्ध है। हरियाणा में वर्ष 2015 से लेकर आज 33 महिला पुलिस स्टेशन, महिलाओं की सहायता में सदैव तत्पर 200 महिला हैल्प डैस्क कार्यरत है।
श्री कपूर ने बताया कि देश मे हरियाणा ऐसा पहला राज्य है जिसमे महिलाओं की सहायता के लिये 12 जुलाई 2018 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में दुर्गा शक्ति ऐप का विधिवत प्रारम्भ किया। केवल अलर्ट का एक बटन दबाते ही संकट के समय में महिलाओं को तुरन्त पुलिस सहायता मिलती है। अब इस एप को डायल 112 से जोड दिया है। इसी तरह आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली या डायल 112 सेवा का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा 12 जुलाई 2021 को नागरिकों को यह सेवा समर्पित की गई थी। जिसमें पुलिस, अग्निशमन, स्वास्थ्य व वन विभाग आदि सेवाएं एक ही पोर्टल पर उपलब्ध है। अब तक 2.5 करोड़ आमजन इससे लाभान्वित हो चुके हैं।
दीक्षांत समारोह के उपरांत पुलिस प्रशिक्षण केंद्र, भौंडसी में 20 सितंबर 2022 से 27 जून 2023 तक प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली प्रथम वाहिनी, दुर्गा शक्ति हरियाणा सशस्त्र पुलिस बल की 608 महिला सिपाही पारंगत होकर देशसेवा के लिए पुलिस बल में शामिल हो गई। दुर्गा शक्ति प्रथम वाहिनी के इस बैच में पीएचडी, बीटेक-एमटेक, मैनेजमेंट व अन्य शैक्षणिक योग्यता रखने वाली प्रशिक्षु शामिल थी।