सूरत अग्निकांड के बाद गुरुग्राम प्रशासन ने सभी शिक्षा स्थानों को दिए जांच के आदेश

5/26/2019 9:48:35 AM

गुरुग्राम(मोहित कुमार): सूरत अग्निकांड के बाद गुरुग्राम जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है। जिले के सभी शिक्षा स्थानों को जांच के आदेश दे दिए गए हैं। स्कूल कोचिंग सेंटर स्टूट समेत तमाम संस्थानों को फायर सेफ्टी के इंतजामों की जांच करने का आदेश दिया है। बता दें कि गुरुग्राम में कई ऐसे स्कूल संस्था सरकारी दफ्तर है जिनके पास फायर एनओसी नहीं है। इसके चलते जिला प्रशासन उन सभी विभाग के खिलाफ कार्रवाई भी कर सकता है।



वहीं गुरुग्राम जिला उपायुक्त ने भले ही सभी संस्थानों को फायर सेफ्टी के इंतजामों की जांच का आदेश दे दिया है, लेकिन जिस दफ्तर में जिला उपायुक्त का ऑफिस है उसी के पास फायर एनओसी तक नहीं है। ऐसे में  जिला उपायुक्त का दफ्तर खुद आग के ढेर पर है। इस बावत फायर डिपार्टमेंट ने कई बार सिटी मजिस्ट्रेट को इसकी जानकारी दी है। लेकिन आज भी पूरा मामला कागजों में सिमट कर रह गया है। ऐसे में जिला प्रशासन अपने खुद के कार्यालय में कैसे सेफ्टी का ध्यान रख रहा है, ऐसे में भला दूसरों की कैसे सेफ्टी का ध्यान रखे सकेंगे।

बता दें उपायुक्त कार्यालय ही नहीं बल्कि गुरुग्राम का नया पुलिस कमिश्नर ऑफिस हुड्डा ऑफिस निगम दफ्तर समेत कई ऐसे सरकारी दफ्तर है जिनके पास एनओसी नहीं है। सभी दफ्तर आग के ढेर पर हैं। फायर डिपार्टमेंट को इस बात का अवगत करा चुका है, लेकिन फिर भी बड़े अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं करते हैं। हालांकि डिपार्टमेंट ने सरकारी स्कूलों को भी फायर सेफ्टी का इंतजाम करने के लिए कहा है। वहां भी पता चला कि किसी भी सरकारी स्कूल में फायर सिस्टम का कोई इंतजाम नहीं है।



अब आप ही बताइए कि बड़े अधिकारियों का यह हाल है तो छोटे शॉपिंग मॉल, इंस्टीट्यूट का क्या हाल होगा। हालांकि जिला प्रशासन के आदेश के बाद डिपार्टमेंट पूरी तरह तैयार है और सभी विभागों में फायर सिस्टम की जांच कर रहा है। सरकारी स्कूल से अच्छे तो प्राइवेट स्कूल वाले हैं, क्योंकि गुरुग्राम में 90 प्रश्न प्राइवेट स्कूल वालों ने फायर एनओसी ले रखी है। लेकिन कई ऐसे छोटे प्राइवेट स्कूल है जिनके पास फायर एनओसी नही हैं। अगर प्रशासन ने जल्द ही कुछ नहीं किया तो आने वाले में कोई बड़ी घटना होने से कोई नहीं बचा सकता है।

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