2025 में अर्थव्यवस्था पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का हो सकता अहम प्रभाव: अमित सक्सेना
punjabkesari.in Monday, Jan 06, 2025 - 07:10 PM (IST)
गुड़गांव ब्यूरो : 2024 ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में एक नया मोड़ लाया, जहाँ यह प्रयोगात्मक चमत्कार से एक व्यावहारिक शक्ति बन गई। इस साल, AI पर वैश्विक खर्च $13.8 बिलियन तक पहुँच गया, जो 2023 की तुलना में छह गुना अधिक था। AI के विकास की गति इतनी तेज थी कि व्यवसायों को खुद को नया आकार देने और इस नयी प्रणाली का प्रयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
जेनरेटिव AI: एक नई क्रांति
जेनरेटिव AI (GenAI), जो AI का एक विशेष प्रकार है, ने उपयोगकर्ता इनपुट के आधार पर नया कंटेंट बनाने में अपनी योग्यता दिखाई। चाहे वह टेक्स्ट हो, इमेज, वीडियो, एनिमेशन, या कोड, GenAI ने हर क्षेत्र में खुद को अनिवार्य उपकरण के रूप में स्थापित किया।
2024: उपलब्धियाँ और चुनौतियाँ
2024 में AI के कार्यक्षमता में बेजोड़ वृद्धि हुई। हेल्थकेयर, शिक्षा, और मनोरंजन जैसे क्षेत्रों ने AI आधारित समाधानों को अपनाया। मल्टीमॉडल AI उपकरणों के उभार ने इसकी क्षमता को और बढ़ावा दिया है। लेकिन यह साल चुनौतियों से भी भरा रहा। सबसे बड़ी समस्या थी व्यक्तियों में कौशलता की कमी।। AI तकनीकों को अपनाने के कारण मांग बढ़ी, लेकिन इसके लिए आवश्यक कौशल की कमी महसूस की गई। कंपनियों ने इस अंतर को मिटाने के लिए AI आधारित प्रशिक्षण उपकरण और हाइब्रिड शिक्षा मॉडल में निवेश किया।
2024 में नैतिक विचार और नियामक ढांचे भी तेजी से ध्यान के केंद्र में आए। जैसे-जैसे AI का प्रभाव बढ़ा, वैसे-वैसे डेटा गोपनीयता, पक्षपात और पारदर्शिता के संबंध में चिंताएं भी बढ़ीं। उद्योग और नीति निर्माताओं ने जिम्मेदार AI विकास के लिए दिशानिर्देश स्थापित करने हेतु सहयोग किया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि प्रगति उत्तरदायित्व के साथ संतुलित हो।
कंपनियों में AI का उपयोग
AI को अपनाकर कंपनियाँ अपनी कार्यक्षमता और नवाचार में सुधार कर रही हैं। रिटेल से लेकर हेल्थकेयर तक, AI हर जगह उपयोगी साबित हो रहा है। जेनरेटिव AI ने खासकर मार्केटिंग अभियानों, प्रोडक्ट डिज़ाइन, और कंटेंट क्रिएशन में क्रांति ला दी है।
जब हमने कुछ संस्थापकों से AI के बारे में उनकी राय मांगी तो एक एनीमेशन स्टूडियो, MentorNest Animation के संस्थापक, श्री अमित सक्सेना ने बताया, “जैसे-जैसे तकनीक आगे बढ़ रही है, कई संगठन AI की संभावनाओं का पता लगाने के लिए तैयार हैं। हम भी R&D (research & development) में निवेश कर रहे हैं और अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे रहने की योजना बना रहे हैं।” कई अन्य कंपनियां भी हैं, जो AI को एक प्रमुख तत्व के रूप में शामिल करके अपने व्यवसाय को बढ़ाने और इसे एक नया दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
2025 की ओर AI के बढ़ते कदम
2025 में AI को प्रयोग से व्यावहारिक उपयोग की ओर ले जाने पर जोर दिया जाएगा। छोटे और मध्यम व्यवसाय भी AI का लाभ उठा सकें, इसके लिए अधिक सस्ते और प्रभावी मॉडल बनाए जा रहे हैं।यह समावेशिता कृषि से लेकर खुदरा उद्योग तक विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार को प्रोत्साहित करेगी। इस दौरान, नैतिक AI प्रथाओं और प्रशासनिक संरचना में प्रगति यह सुनिश्चित करेगी कि ये विकास स्थायी और न्यायसंगत बने रहें।
कौशलता की कमी: एक बड़ी चुनौती
AI तकनीकों के तेजी से अपनाने के कारण कौशल की कमी एक बड़ी समस्या बनी हुई है। कंपनियों को अपने कर्मचारियों को नए कौशल सिखाने पर ध्यान देना होगा। AI खुद भी इस समस्या को हल करने में मदद कर रहा है, जैसे व्यक्तिगत शिक्षा अनुभव प्रदान करना इत्यादि।
निष्कर्ष
2024 ने AI के प्रभाव को दिखाया और इसे वास्तविकता में बदलने का मार्ग प्रशस्त किया। 2025 में, परिवर्तन, सहयोग, और जिम्मेदार विकास AI को नई ऊँचाई तक ले जाएगा।