चिकित्सकों की लापरवाही, एम्बुलेंस की देरी से रास्ते में बच्चे ने तोड़ा दम

5/28/2017 3:30:21 PM

गुड़गांव:सिविल अस्पताल में एक बार फिर से चिकित्सकों की लापरवाही सामने आई हैं। दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल एक बच्चे को चिकित्सकों ने पहले तो बिना एम्बुलेंस के ही रैफर कर दिया। तकरीबन आधे घंंटे के इंतजार के बाद एम्बुलेंस आई। बताया गया कि पहले से हुई देरी के कारण गंभीर रूप से घायल बच्चा साकेत के पास पहुंचते ही दम तोड़ दिया। 

सैक्टर-38 निवासी 3 साल के घायल बाबू के पिता राम किशोर ने बताया कि सुबह के करीब 10 बजे उनका बेटा छत से खेलते हुए दूसरी मंजिल से नीचे गिर गया। जिससे बाद उनका बेटा बेहोश होकर तड़पने लगा। आनन-फानन में उसे सिविल अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद बच्चे के गंभीर हालत को देखते हुए ड्रीप लगाकर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। 

बच्चे का सिर्फ पल्स चल रहा था और उसके नाक से लगातार ब्लड आता रहा। रैफर के बाद किसी ने उनके लिए एम्बुलेंस का इंतजाम नहीं किया। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. मनीष राठी ने एम्बुलेंस की व्यवस्था कर उन्हे सफदरजंग भेजा। मरीज के परिजनों ने बताया कि रेफर के काफी देर तक अस्पताल का एक भी कर्मचारी उसकी हालत पूछने नही आया जिसके कारण घंटो कड़ी धूप में पड़ा रहा। 

अस्पताल के विभागीय सूत्रों की मानें तो किसी भी मरीज को रेफर करने से पूर्व चिकित्सकों को मरीज ले जाने के लिए एम्बुलेंस मंगानी होती हें। बिना एम्बुलेंस में बैठे मरीज को रैफर नहीं किया जा सकता। जबकि यहां मरीज को रेफर करने के बाद चिकित्सक यह तक नही पूछते मरीज अस्पताल रवाना भी हुआ या नहीं। बता दें कि ये आलम तक है जब अस्पताल में एम्बुलेंस सेवाओं को अपडेट करने के फरमान जारी किए गए हैं।