अनिल अग्रवाल फाउंडेशन ने कुपोषण से निपटने के लिए मिलेट बार के साथ पोषण पहल का किया शुभारंभ

punjabkesari.in Saturday, Mar 25, 2023 - 07:34 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): वेदांता की लोकहितैषी शाखा अनिल अग्रवाल फाउंडेशन (आफ) ने  आनंदीबेन पटेल, माननीय राज्यपाल, उत्तर प्रदेश और प्रिया अग्रवाल हेब्बार, चेयरपर्सन, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, गैर-कार्यकारी निदेशक, वेदांता लिमिटेड, वेदांता लिमिटेड की उपस्थिति में आज वाराणसी में मल्टी मिलेट न्यूट्री बार वितरण के साथ बच्चों के लिए अपने सबसे बड़े पोषण कार्यक्रम का आगाज किया। इस अवसर पर एस राजलिंगम, जिलाधिकारी, वाराणसी और हिमांशु नागपाल, मुख्य विकास अधिकारी, वाराणसी भी मौजूद रहे। कुपोषण मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में काशी विद्यापीठ स्थित आधुनिक आंगनवाड़ी केंद्र 'नंद घर' में इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।  

 

प्राथमिक चरण के तहत, आफ वाराणसी के तीन केंद्रित प्रखंडों– सेवापुरी, अराजीलाइन और काशी विद्यापीठ में नंद घर सहित 1400 आंगनवाड़ी केंद्रों में प्रतिदिन लगभग 50,000 लक्षित बच्चों को न्यूट्री बार वितरित करेगा। इसके साथ ही, आफ का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों के बीच व्याप्त कुपोषण से संबंधित चिंताओं को दूर करके सकारात्मक पोषण प्रभाव लाना है। सही पोषण पर अपने विषयगत हस्तक्षेप के साथ बाल एवं महिला विकास की दिशा में काम करने वाले आफ की प्रमुख सामाजिक प्रभाव परियोजना नंद घर ने ट्रू गुड के माध्यम से भारतीय कदन्न अनुसंधान संस्थान (न्यूट्री-हब, आईआईएमआर) के साथ सहयोग किया।

 

सूक्ष्म पोषक तत्त्वों से भरपूर ये मिलेट बार पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करते हैं जो बच्चों के बेहतर विकास और कल्याण के लिए आवश्यक है। साथ ही, प्रत्येक व्यक्ति के दैनिक आहार में मिलेट को बढ़ावा देने के लिए सरकार के साथ मिलकर इस पहल की शुरुआत की गई है। 

 

आनंदीबेन पटेल, माननीय राज्यपाल, उत्तर प्रदेश ने इस अनूठी पहल के बारे में कहा कि, “माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में घोषित किया है, हमारी सरकार का प्रयास हर बढ़ते बच्चे और महिलाओं के लिए पौष्टिक स्वस्थ आहार विकसित करने में मिलेट के महत्त्व को इंगित करना है। इस तरह की पहल न केवल मिलेट के महत्त्व के प्रति जन-जागरूकता फैलाएगी, बल्कि कुपोषण से संबंधित कई बीमारियों को ठीक करने में भी मदद करेगी, जिससे समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यह देखकर अच्छा लगता है कि वेदांता और अनिल अग्रवाल फाउंडेशन जैसे कारण-उन्मुख संगठन आहार में मिलेट को शामिल करके बच्चों के समग्र पोषण में सहायता करते हैं। मैं इस हस्तक्षेप के सुचारू निष्पादन के लिए वाराणसी प्रशासन के प्रयासों की भी सराहना करती हूँ।” 

 

तीन चिन्हित प्रखंडों के आंगनवाड़ी केंद्रों में हिस्सा लेने वाले बच्चों को 6 महीने तक सप्ताह के 6 दिन 6 पावरपैक सामग्री के साथ पैक किए गए मल्टी मिलेट बार वितरित करने के लिए इस अद्वितीय पोषण प्राथमिक हस्तक्षेप को 6x6x6 मॉडल पर डिज़ाइन किया गया है। प्रिया अग्रवाल हेब्बार, चेयरपर्सन, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, गैर-कार्यकारी निदेशक, वेदांता लिमिटेड ने इस मौके पर कहा कि, “हमारे देश से भूख और कुपोषण को खत्म करने की दिशा में जीरो हंगर (शून्य भूख) को प्राप्त करने के लिए वेदांता का दृष्टिकोण सरकार के पोषण अभियान के अनुरूप है। इस अनूठी पहल के माध्यम से, हमारा उद्देश्य विशेष रूप से भारत के ग्रामीण हिस्सों में बच्चों के बीच पोषण संबंधी चिंताओं को दूर करना है। प्रोटीन से भरपूर मिलेट बार बच्चों की पोषण संबंधी जरूरतों, स्वाद और पसंद को ध्यान में रखते हुए सोच-समझकर बनाए गए हैं। हम आईआईएमआर और उत्तर प्रदेश सरकार के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन बनाने की दिशा में एक छोटे से कदम के रूप में इस पहल को शुरू करने में हमारी मदद की।” 

 

हाल ही के केंद्रीय बजट ने आईआईएमआर को वैश्विक स्तर पर मिलेट से संबंधित सर्वोत्तम पद्धतियों और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में नामित किया है और पोषण हस्तक्षेप को प्रमुख संस्थान द्वारा समर्थित किया गया है।  डॉ. बी. दयाकर राव, प्रधान वैज्ञानिक, भारतीय कदन्न अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर) ने अपनी टिप्पणी में कहा कि, “जमीनी स्तर पर फर्क पैदा करने वाले इस तरह की सामुदायिक पहलों के लिए बोर्ड में शामिल होना मुझे अत्यंत गर्व से भर देता है। उर्जादायक सामग्री, पोषण मूल्य और स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी सहित ग्रामीण परिदृश्य में मिलेट को एक स्मार्ट भोजन के रूप में पेश किया जाना चाहिए। मेरा मानना है कि सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की ओर सामूहिक यात्रा में मिलेट एक महत्त्वपूर्ण समाधान है।” 

 

अनिल अग्रवाल फाउंडेशन ने न्यूट्री बार विकसित करने के लिए हैदराबाद स्थित ट्रू गुड के साथ साझेदारी की है। श्री राजू भूपति, संस्थापक और सीईओ, ट्रू गुड ने अपनी टिप्पणी करते हुए कहा कि, “ट्रू गुड अपने मालिकाना मल्टी मिलेट न्यूट्री बार के साथ बच्चों में पोषण की कमी से निपटने के लिए अनिल अग्रवाल फाउंडेशन और उत्तर प्रदेश सरकार के साथ साझेदारी करने के लिए उत्साहित है। यह देश के लिए एक मजबूत, स्वस्थ और सक्षम अगली पीढ़ी के पोषण और निर्माण में मदद करेगा। इस अनूठी और महत्त्वपूर्ण पहल के लिए हम अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के आभारी हैं। आईआईएमआर के साथ हमारे सहयोग ने हमें मिलेट आधारित उत्पादों को विकसित करने में मदद की है, जिसका उद्देश्य बच्चों में अधिक-से-अधिक पोषण को बढ़ावा देना है। इस न्यूट्री बार के साथ, हम देश के मिलेट मिशन का समर्थन करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार हैं।”

 

प्राथमिक हस्तक्षेप से वाराणसी जिले में बच्चों की पोषण स्थिति पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है, जिसे धीरे-धीरे अन्य राज्यों में भी बढ़ाया जाएगा। इन वर्षों में, वेदांता ने भारत में कई प्रभावशाली सीएसआर कार्यक्रमों का निर्माण व संचालन किया है। आज वेदांता को देश के सबसे सामाजिक रूप से जिम्मेदार निगमों में से एक माना जाता है। वेदांता की प्राथमिकताओं में बच्चों की बेहतरी और शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य देखभाल, टिकाऊ कृषि और पशु कल्याण, युवाओं के बाजार से जुड़े कौशल, पर्यावरण संरक्षण और बहाली तथा सामुदायिक बुनियादी ढाँचे का विकास मुख्य तौर पर शामिल रहा है। 

 

ट्रू गुड (www.TrooGood.com) भारत की सबसे बड़ी मिलेट स्नैक कंपनी है, जिसे देश भर में बाजरा स्टार्टअप और किफायती पोषण प्रदान करने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और भारतीय कदन्न अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर) द्वारा ढ़ेर सारे पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। ट्रू गुड, भारत के राज्यों में स्थित अपने 4 कारखानों द्वारा वर्तमान में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, ओडिशा और कर्नाटक राज्यों में हर महीने  करोड़ से अधिक स्वस्थ और पौष्टिक बाजरा स्नैक्स बेच रहा है। इस सूची में अब उत्तर प्रदेश राज्य भी शामिल हो गया है।यह अपने प्रमुख मिलेट चिक्की के माध्यम से बच्चों की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दे रहा है। ट्रू गुड की स्थापना 2018 में श्री राजू भूपति द्वारा स्वाद, पोषण और सामर्थ्य के आधार पर की गई थी और अब यह सामाजिक रूप से जरूरतमंद समुदायों, स्वयं सहायता समूहों, किसानों और कई जनजातीय लोगों के कल्याण कार्य में जुटा हुआ है। ट्रू गुड ने ओक्स एसेट मैनेजमेंट कैपिटल और शशि रेड्डी एवं उनके परिवार के कार्यालय से वित्त पोषण के रूप में 8.5 मिलियन अमरीकी डालर जुटाए हैं।

 

अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के बारे में  वेदांता के सामुदायिक एवं सामाजिक पहलों के लिए अनिल अग्रवाल फाउंडेशन एक प्रमुख इकाई है। फाउंडेशन के केंद्रित क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल, महिला और बाल विकास, पशु कल्याण परियोजनाएँ और खेल संबंधित पहल शामिल हैं। अनिल अग्रवाल फाउंडेशन का उद्देश्य स्थायी एवं समावेशी विकास के माध्यम से समुदायों को सशक्त बनाना, उनके जीने के तौर-तरीकों को बेहतर बनाना और राष्ट्र निर्माण की सुविधा प्रदान करना है। 

 

नंद घर के बारे में  वेदांता की लोकहितैषी शाखा अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के तहत प्रमुख सामाजिक प्रभाव परियोजना- नंद घर, देश के आंगनवाड़ी पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की दिशा में काम करने वाली एक मॉडल परियोजना है। भारत के 14 राज्यों में 3900 से अधिक नंद घर अपनी मजबूत उपस्थिति के साथ परिवर्तन और सतत विकास के प्रवर्तक का काम कर रहे हैं और वर्तमान में 1.6 लाख से अधिक बच्चों तथा 1.2 लाख से अधिक महिलाओं को प्रभावित कर रहे हैं। 

 

24x7 बिजली सुनिश्चित करने के लिए सौर पैनलों से लैस नंद घर जल शोधक, स्वच्छ शौचालय और स्मार्ट टेलीविजन सेट जैसी सुविधाओं से भी सुसज्जित है, जो स्थानीय समुदायों के लिए एक मॉडल संसाधन केंद्र बन गए हैं। यहाँ 3 से 6 वर्ष की आयु तक के बच्चों को प्री-स्कूल शिक्षा भी प्रदान की जाती है। बच्चों एवं गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पौष्टिक भोजन और घर ले जाने के लिए राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। मोबाइल स्वास्थ्य वैन और टेलीमेडिसिन सेवाओं के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जाती हैं। साथ ही, कौशल और उद्यम विकास के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाया जाता है। 


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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