क्या आपके धोए हुए कपड़े वास्तव में साफ हैं? ड़ॉ. एससी अजमानी

3/16/2023 5:10:29 PM

गुड़गांव ब्यूरो : वीकेंड वह समय होता है जब आप अपने सभी कपड़ों को धोने का काम करते हैं और फिर जब आपको ताज़ी खुशबू वाले एकदम साफ कपड़े करीने से रखे हुए देखते हैं तो आपको बड़ी कामयाबी वाली भावना महसूस होती है जो आपको रिलैक्स करती है। विसंक्रमण कपड़े धोने की प्रक्रिया को संपूर्ण बनाता है और यह सभी वॉश चक्र का अंतिम कदम हो सकता है। आपके नियमित डिटर्जेंट के साथ एक डिसइन्फेक्टेंट लिक्विड का उपयोग करना आपके कपड़ों में मौजूद कीटाणुओं को पूरी तरह हटाने का एक अच्छा तरीका है। धोते समय सैवलॉन लॉन्ड्री डिस्‍इंफेक्टेंट और रिफ्रेशिंग लिक्विड जैसे एक प्रभावी डिस्‍इंफेक्टेंट का उपयोग करने से दुर्गंध फैलाने वाले बैक्टीरिया सहित वायरस, कवक, और बैक्टीरिया जैसे 99.9% कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।

 

 

इससे कपड़ों को ताज़ी और खिले हुए फूलों जैसी खुशबू मिलती है जो 72 घंटों तक मौजूद रहती है। इसमें ब्लीच नहीं होता, यह हल्का होता है और कपड़ों के लिए सुरक्षित है। इससे कपड़ों की सुंदरता या आयामों रंग, चमक, दाग, आकार, पाइलिंग में कोई बदलाव नहीं होता है। सूती (कॉटन), ऊनी, रेयॉन, नायलॉन, पॉलियेस्टर-कॉटन मिश्रित ऑलेफिन, शिफॉन, सैटिन, बेबी क्लोथ होज़ियरी सामग्री, और डेनिम जैसे विभिन्न प्रकार के कपड़ो पर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। 

 

 

इसे वॉशिंग मशीन के एडीटिव्‍स कम्पार्टमेंट में डालना चाहिए, जब डिटर्जेंट डाला जा रहा हो (डिटर्जेंट के साथ न मिलाएं। हमेशा नियमित डिटर्जेंट वॉश के बाद इस्तेमाल करें), मशीन इसे अपने आप धुलाई के आखिरी चक्र में इस्तेमाल करती है। सेमी-ऑटोमैटिक मशीनों के लिए, इसे धुलाई के आखिरी चक्र में डालना चाहिए –वॉश कम्पार्टमेंट में सीधे तौर पर डालना चाहिए। हाथ से धोते वक्त, जब डिटर्जेंट से धुलाई पूरी हो जाए, तो इसे पानी की बाल्टी में डालना चाहिए और 10 मिनट के लिए कपड़ों को इसमें डुबोकर रख देना चाहिए। यह वॉशिंग डिटर्जेंट – लिक्विड या पाउडर, के काम को प्रभावित नहीं करता है। कृपया पैक पर उल्लिखित निर्देशों को पढ़ें।   

 

कीटाणु-रहित कपड़ों के होने का मतलब है आपके और आपके परिवार के लिए बेहतर स्वच्छता – यह सुरक्षित बने रहने के आपके सर्वोत्तम प्रयास का एक हिस्सा हो सकता है, आख़िरकार हाइजीन सही, तो हेल्थ सही!

दुर्भाग्य से, केवल डिटर्जेंट के साथ कपड़े धोना सभी कीटाणुओं को निकालने और उन्हें निष्क्रिय करने के लिए प्रभावशाली नहीं पाया गया है। रोटावायरस और एडिनोवायरस1 जैसे कुछ आंत्र वायरस सहित कीटाणु जीवित रहते हैं और दूषित कपड़ों से तुरंत अदूषित कपड़ों में स्थानांतरित हो जाते हैं। धोए जाने वाले सभी कपड़ो में मौजूद कीटाणुओं का नष्ट होना सुनिश्चित करने के लिए 60 डिग्री सेल्सियस का तापमान आदर्श माना जाता है। कपड़े धोना वैसे भी एक मुश्किल काम होता है, ऐसे में धोने के लिए इतने उच्च तापमान के पानी की व्यवस्था, इस काम को करना और भी जटिल और कठिन बना देगा।2 केवल गर्म पानी से धोना हमेशा संभव नहीं होता है और सभी प्रकार के कपड़े गरम पानी में नहीं धोए जा सकते हैं। सिंथेटिक कपड़ों के लिए गरम पानी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इतना ही नहीं, गरम पानी में चमकीले और गहरे रंग के कपड़ों का रंग निकलने लगता है। इसके साथ ही लेस वाले, ऊनी और सिल्क के मुलायम कपड़ों को आम तौर पर ठंडे पानी में धोने की सलाह दी जाती है। सूक्ष्म कीटाणुओं के नमूनों पर किए गए लैब अध्ययन पर आधारित। चुनिंदा कपड़ों पर किए गए लैब अध्ययन पर आधारित।

Content Editor

Gaurav Tiwari