गेट पर खड़े होकर बच्चे करते रहे अध्यापकों का इंतजार

9/23/2015 7:27:26 PM

गुडग़ांव,(प्रवीन) : बुधवार को शहीदी दिवस पर प्रदेशभर के स्कूलों में अवकाश था,  लेकिन जानकारी नहीं होने के कारण कई बच्चे स्कूलों में पहुंचे और गेट पर बैठकर उसके खुलने का इंतजार करने लगे। जब गेट पर काफी देर बैठने के बाद भी स्कूल स्टाफ नहीं पहुंचा, तो आस-पास के लोगों के कहने के बाद ही बच्चे अपने घरों को लौटें। विभाग के आदेशों को प्राइवेट स्कूलों द्वारा अनदेखा किया गया।

शहर के अधिकतर प्राइवेट स्कूल शहीदी दिवस वाले दिन भी खुले रहे। शहीदी दिवस के अवसर पर बुधवार को अवकाश था, लेकिन कई बच्चे स्कूलों में पहुंंचे। जबकि अवकाश होने के कारण स्कूल बंद थे, लेकिन बच्चे स्कूल गेट के बाहर ही अपने अध्यापकों का इंतजार करते रहे। वहां से गुजरने वाले लोगों ने बच्चों को छुट्टी होने की बात कही, लेकिन बच्चे अपने अध्यापकों के भय से स्कूल गेट से नहीं हट रहे थे। बच्चों का कहना था कि उनके स्कूल का समय होने वाला है। बच्चों ने अपनी गैरहाजिरी लगने के डर से वहां से जाना मुनासिब नहीं समझा। जब स्कूल लगने का समय से 15-20 मिनट अधिक हो गए तो बच्चों को इस बात पर विश्वास हुआ कि आज छुट्टी है। स्कूली बच्चों को अपनी गैरहाजिरी लगने का इतना डर था, कि वे चौकीदार के कहने के बावजूद स्कूल के गेट से नहीं हट रहे थे। बाद में जब काफी लोगों ने बच्चों को बताया कि शहीदी दिवस होने के कारण आज छुट्टी है, तभी बच्चे अपने घरों की ओर लौटे। उनका कहना था कि उन्हें छुट्टी होने के बारे में नहीं पता था, इसलिए स्कूल में आये हैं। 

छुट्टी की जानकारी दी गई थी
रोशनपुरा स्थित राजकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय की मुख्याध्यापिका अनिता का कहना था कि सभी बच्चों को गत दिवस ही बुधवार को छुट्टी होने के बारे में बता दिया गया था। स्कूल में बच्चों क्यों पहुंचे इसकी जानकारी उन्हे नहीं है। उन्होंने कहा कि बुधवार की सुबह वे बच्चे स्कूल पहुंचे होंगे, जो मंगलवार को स्कूल नहीं आये थे और उन्हे शहीदी दिवस की छुट्टी के बारे में पता नहीं था।