साल भर में अनेक आपराधिक वारदातों में ऑटो का हुआ इस्तेमाल

2/17/2019 11:58:29 AM

गुडग़ांव(पी मार्कण्डेय): 22 साल के एक ऑटो चालक ने 65 साल की एक महिला के साथ न केवल दुष्कर्म किया बल्कि उसके गहने और पैसे भी लूट कर फरार हो गया। यह घटना महज 48 घंटे पूर्व ही गुडग़ांव बस अडडे के पास घटित हुई जिसे पुलिस ने मामला दर्ज कर अपराधी को पकड़ लिया है। इसी प्रकार गत कुछ दिन पहले भी चलती हुई ऑटो में एक लूट का मामला दर्ज किया गया था, तो साल भर पहले चलती हुई ऑटो में नार्थ ईस्ट की एक युवती के साथ छेडख़ानी का मामला दर्ज किया गया था। 

यह महज कुछ घटनाएं है जो दर्ज होने के बाद सामने आ जाती है जबकि दो तिहाई मामले दर्ज ही नहीं होते। देश की राजधानी के नाक के नीचे ही गुडग़ांव में 40,000 से अधिक डीजल ऑटो बिना किसी रजिस्ट्रेशन और वैरिफिकेशन के सड़कों पर भाग रहे हैं और इनके मजबूत यूनियन के आगे यातायात पुलिस बेबश दिखाई देता है। राजधानी का महत्वपूर्ण हिस्सा साईबर सिटी अपनी तमाम विसंगतियों से जूझता रहा है जिसमें यहां की प्राइवेट परिवहन व्यवस्था पूरी तरह अराजकता का शिकार है।

 यहां पर करीब 40 हजार डीजल ऑटो है तो वहीं तकरीबन 15 हजार से अधिक सीएनजी अथवा पेट्रोल से चलने वाले ऐसे वाहन है जो सवारियों को ढोने का काम करते हैं। इनमें से 80 फीसद से अधिक वाहन चालकों का कोई मुक्कमल आंकड़ा पुलिस या यातायात प्रशासन के पास उपलब्ध ही नहीं है। ऐेसे में आपराधिक वारदातों का अंजाम देना और फरार हो जाने के लिए सबसे आसान विकल्प के तौर पर ऑटो उभर रहे हैं। इतना ही नहीं देर रात सैकड़ों की तादात में ऑटो एमजी रोड पर शराब और शबाव के चलते-फिरते अडडे बन जाते हैं। एमजी रोड पर तैनात पुलिस कर्मियों के सामने ही ये ऑटो चालक तीन से चार महिलाओं को अपने ऑटो में बैठाकर चक्कर लगाते हैं और ग्राहकों को खोजते रहते हैं। 

Deepak Paul