बजाज फ़िन्सर्व एएमसी फार्मा और वेलनेस क्षेत्रों में रखते हैं बढ़त की आशा : सोरभ गुप्ता

punjabkesari.in Monday, Dec 16, 2024 - 06:20 PM (IST)

गुड़गांव ब्यूरो : पिछले कुछ महीनों में वित्तीय बाज़ारों में बहुत अस्थिरता देखी गई है जिससे निवेशक चिंतित रहे। 3000 अंकों की भारी गिरावट के बाद हुए थोड़े सुधार ने अनिश्चितता की भावनाएँ अधिक बढ़ा दी हैं। इन अस्थिरताओं के बाद भी, सोरभ गुप्ता, वरिष्ठ फंड प्रबंधक–इक्विटी, बजाज फ़िन्सर्व एएमसी, कुछ क्षेत्रों, खासकर फार्मा और वेलनेस, में बढ़त की आशा रखते हैं। उनका भरोसा है कि आने वाले वर्षों में इन क्षेत्रों में सुधार होगा। 

 

सोरभ कहते हैं कि आमतौर पर इक्विटी बाजार में दो मुख्य तत्व होते हैं: वास्तविकता और उम्मीदें। वे बताते हैं, कि वास्तविकता जीडीपी के निराशाजनक विकास और दुनिया की अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं से आने वाले मिलेजुले संकेतों के साथ बदलती रहती है। वास्तविकता में इन बदलावों और उच्च वापसी की उम्मीदों (डेढ़ वर्षों में) ने बाज़ार के बारे में किए जाने वाले पूर्वानुमानों की जटिलताओं को बढ़ाया है। हालांकि, कम अवधि के इन उतार चढ़ावों के बावजूद, गुप्ता का भरोसा है कि जीडीपी में आई ये गिरावट अस्थिर है और समय के साथ साथ इसमें सुधार भी होगा। 

 

ऐसे अस्थिर बाजार में भी उनका ध्यान ऐसे क्षेत्रों को पहचानने की तरफ है, जो आगे चलकर अच्छे अवसर दे सकते हैं। सोरभ लार्ज कैप की तरफ हमारा ध्यान ले जाते हैं जो हाल ही में किए गए सुधारों के बाद आकर्षक मूल्यांकन पर उच्च गुणवत्ता वाली कंपनियाँ उपलब्ध कराते हैं। उनका मानना है कि व्यवसाय चक्र उनके पक्ष में आने के बाद ये कंपनियाँ अच्छा प्रदर्शन करने की स्थिति में होती हैं। उपभोग प्रवृत्तियों पर उनका यह सकारात्मक रुख इस विश्वास के चलते है कि ऐतिहासिक मूल्यांकन के सापेक्ष उपभोग कंपनियों का मूल्यांकन आकर्षक है, और वे उपभोग में चक्रीय वृद्धि की उम्मीद करते हैं, जिससे लंबे समय में लाभ होगा। 

 

सोरभ सीडीएमओ, यू. एस. जेनेरिक्स, और घरेलू फार्मास्यूटीकल्स् में महत्वपूर्ण अवसरों के साथ, फार्मास्यूटीकल इंडस्ट्री को विकास का मुख्य क्षेत्र मानते हैं, क्योंकि स्वास्थ्य और सेहत के उत्पादों की बढ़ती मांग के साथ ये क्षेत्र विस्तार की अच्छी स्थिति में हैं। यह फार्मास्यूटीकल इंडस्ट्री को बहुत आकर्षक बनाता है, जिससे बजाज फ़िन्सर्व एएमसी को बाजार में अच्छी स्थिति बनाए रखने में मदद मिलती है। इस क्षेत्र द्वारा पूर्व में किए गए प्रदर्शन से उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र की चक्रीय प्रकृति को पहचाना, जिससे इस बात को जोर मिलता है कि वर्तमान बाजार सूक्ष्म निवेश की कथा प्रस्तुत करता है। “हमें उत्साहित करती है हम स्वास्थ्य सेवा उप-क्षेत्रों में आय की बढ़ोतरी के स्पष्ट चक्र के कारण उत्साहित हैं। हमारा दृष्टिकोण भीड़ का अनुसरण करना नहीं है बल्कि रणनीतिक रूप से उन अवसरों की पहचान करना है जो निवेशकों को वास्तविक मूल्य प्रदान करें|” 

 

हालाँकि, सोरभ फार्मा और उपभोग क्षेत्रों के बारे में सकारात्मक हैं परंतु कुछ क्षेत्रों के लिए वे अधिक सावधानीपूर्ण दृष्टिकोण रखते हैं। अपने अंडरवेट रुख में कमी के बावजूद उनका आईटी इंडस्ट्री के प्रति दृष्टिकोण थोड़ा सतर्क बना हुआ है। वे कहते हैं, “पिछले वर्ष, आईटी से होने वाली आय व्यापक बाज़ार की आय से पीछे थी और अभी यह अंतर कम भी हुआ है परंतु हम अभी भी स्पष्ट तौर पर यह नहीं कह सकते हैं कि आईटी से होने वाली आय व्यापक बाज़ार से बेहतर प्रदर्शन करेगी”। 

 

फार्मा के साथ साथ वेलनेस क्षेत्र के लिए भी वे सकारात्मक हैं और इसका कारण आयुर्वेद और योग में भारत का स्वर्णिम इतिहास है। लोगों में सेहत के प्रति जागरूकता बढ़ी है जिसके अंतर्गत उनका रुझान रोगों से बचाव के लिए सेहत बनाने की तरफ हुआ है। इस रुझान के बढ़ने का एक कारण कोविड-19 महामारी भी है। यह क्षेत्र आयुर्वेद, ओटीसी उत्पादों, वेलनेस रिज़ॉर्ट्स्, चिकित्सकीय सेवाओं, और ऑर्गेनिक खाद्य और पोषण पर आधारित ब्रांड्स में अवसर प्रदान करता है। हालाँकि इस सूची में सेहत क्षेत्र में सीमित अवसर हैं, किन्तु आने वाले 2-5 वर्षों में अधिक सेहत कंपनियों के सार्वजनिक होने की संभावना के कारण इसमें उछाल की संभावनाएँ हैं। यह निवेशकों को बढ़ती मांग के साथ पूँजी बनाने का अवसर प्रदान करता है।


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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