किसानों के खून से रंगा है भाजपा का दामन : प्रमोद तिवारी
punjabkesari.in Friday, Sep 27, 2024 - 08:02 PM (IST)
गुड़गांव, (ब्यूरो): राज्य सभा के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि लोकतंत्र में सत्तारूढ़ दल जब दुबारा चुनाव लड़ता है, तब उसे मतदाता को बताना पड़ता है कि उसने अपने पिछले कार्यकाल में क्या किया। हरियाणा में भाजपा इधर-उधर की बातें कर रही है। ये नहीं बता रही है कि उसने दस साल में क्या किया है, क्योंकि उसके दामन किसानों के खून से रंगे हैं। बेरोजगारी और महंगाई चरम सीमा पर है। अग्निवीर जैसी योजना लाकर युवाओं के साथ थोखा किया है। देश की सेना के सर्वाधिक बहादुर और बलिदान देने वाले हरियाणा प्रदेश का अपमान किया है।
किसानों पर इतने जुल्म ढाये हैं कि दिल्ली बार्डर पर चले किसान आंदोलन के दौरान साढ़े सात सौ किसान शहीद हो गये। सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बांड में लिस्ट सार्वजनिक करके बता दिया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार भ्रष्टतम है। उन्होंने कहा कि यह है कि आज सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि हरियाणा की जनता भी मौजूदा विधान सभा चुनाव लड़ रही है और उसने संकल्प लिया है कि भाजपा का पाप का घड़ा फोड़ेंगे और इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। श्री तिवारी गुरुग्राम के होटल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। पत्रकार वार्ता में प्रदेश के पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया, एमपी से विधायक सचिन यादव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज डावर, पूर्व चैयरमेन जीएल शर्मा,महेश धोडारोप,आरती सिंह,निकिता अरोडा, गुरुग्राम विधानसभा कोऑर्डिनेटर अजय सिंह रघुवंशी,पवन चौधरी,गजेंद्र चौहान,हैदर सहित पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
श्री तिवारी ने कहा कि पिछले 10 साल से सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी की सरकार हरियाणा को हिसाब दे कि ना कोई बड़ी परियोजना स्थापित की, ना कोई बड़ा उद्योग लगाया, ना कोई पावर प्लांट, ना कोई आईएमटी ना कोई नया शहर, नाबड़ी यूनिवर्सिटी, ना कोई कंप्लीट मेडिकल कॉलेज, ना नई PGl ना मेडिकल यूनिवर्सिटी बनाई। वीजेपी ने ना कोई किसान कर्जमाफी की, ना बिजली बिल माफ किए। ना बीजेपी सरकार में एक इंच मेट्रो आगे बढ़ी, ना रेपिड मेट्रो, ना कोई नई रेलवे लाइन आई । दूसरी तरफ हरियाणा, देश का सबसे असुरक्षित राज्य वन गया है जहाँ देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है।
तिवारी ने कहा कि हरियाणा की जनता सरकार से बहुत सारी बातों के लिए हिसाब मॉग रही हैं। देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी हरियाणा में क्यों ? CMIE के अनुसार प्रदेश में बेरोजगारी दर 37 प्रतिशत है। कांग्रेस कार्यकाल के मुकाबले बेरोजगारी तीन गुणा बढ़ी । दो लाख से ज्यादा सरकारी पद खाली। किसानों को कोई राहत नहीं दी गयी। भाजपा की कॉरपोरेट समर्थक और किसान विरोधी नीतियों के कारण हरियाणा के किसान कर्ज के बोझ तले दब गए हैं। प्रति कृषि परिवार सबसे अधिक औसत बकाया ऋण राशि के मामले में हरियाणा देश में चौथे स्थान पर है। 2013 से 2019 के बीच किसानों के लिए औसत बकाया ऋण 2 गुना से अधिक वढ़ गया। हरियाणा में औसत कृषि ऋण राष्ट्रीय औसत से लगभग 2.5 गुना अधिक है। हरियाणा के किसानों को किसी भी अन्य राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की तुलना में सबसे अधिक खेती की लागत का सामना करना पड़ता है। प्रदेश में 2019 से 2022 के बीच 977 खेतिहर मजदूरों ने आत्महत्या की।
तिवारी ने कहा कि प्रदेश की 10 साल की “डबल इंजन” की सरकार की नीतियां हरियाणा के किसानों की मदद करने में विफल रही हैं। o हरियाणा की 70% आबादी कृषि में लगी हुई है, इसके बावजूद राज्य सरकार द्वारा किए गए आवंटन अन्य राज्यों द्वारा खर्च किए गए राष्ट्रीय औसत से लगातार कम रहे हैं। 0 मोदी सरकार की प्रमुख योजनाएँ जैसे पीएम किसान और पीएम फसल योजना प्रदेश में विफल रही हैं। हरियाणा सरकार ने किसानों के खिलाफ 250 से अधिक एफआईआर दर्ज की हैं। सरकार ने किसानों के खिलाफ 250 से अधिक एफआईआर दर्ज की हैं। हरियाणा प्रति कृषि परिवार पर सबसे ज्यादा औसत बकाया ऋण राशि 1,82,922 रुपये के साथ प्रति कृषि परिवार पर सबसे ज्यादा औसत बकाया ऋण राशि 1,82,.922 रुपये के साथ देश में चौथे स्थान पर है। 2013 में, हरियाणा में 42.3% कृषि परिवार कर्ज के बोझ तले दबे थे और 2019 में यह बढ़कर 47.5% हो गया। 2013 और 2019 के बीच, प्रति कृषि परिवार पर औसत बकाया ऋण राशि में 131.5% की भारी वृद्धि हुई, जो 79,000 रुपये से बढ़कर 1,82,922 रुपये हो गई। भाजपा की सरकार ने हरियाणा को देश का सबसे असुरक्षित राज्य क्यों बना दिया ? प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सामाजिक प्रगति सूचकांक की रिपोर्ट 2022 के अनुसार हरियाणा देश का सबसे असुरक्षित राज्य बन गया है।
पिछले साल हरियाणा के नूह जिले में हिंसक झड़पों के परिणामस्वरूप पांच व्यक्तियों की मौत जिले में हिंसक झड़पों के परिणामस्वरूप पांच व्यक्तियों की मौत हो गई और कई पुलिसकर्मियों सहित लगभग 70 अन्य लोग घायल हो गए। अशांति के कारण निजी और सर्थननिक संपत्ति दोनों को काफी नुकसान पहुंचा, जिसने सांप्रदायिक तनाव की गंभीरता को स्पष्ट । NCRB की रिपोर्ट 2022 के अनुसार प्रदेश में अपराध बेकाबू हैं । रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 1 साल के भीतर 1020 हत्याएं हुई यानी रोज 3 हत्याएं । ० 2022 के दौरान हरियाणा में 1786 रेप की वारदातें हुई यानी रोज 4 से 5 रेप । महिलाओं के विरूद्ध अपराध की बात की जाये तो 1 साल के भीतर 16,743 केस सामने आये। 118.7 क़ाइम रेट के साथ प्रदेश, देश में पहले नम्बर पर है।
बच्चों के विरूद्ध अपराध के आंकड़े भी डराने वाले हैं। साल भर के भीतर 6138 केस सामने आये यानी हर रोज 17 केस। NCRB की रिपोर्ट 2022 के अनुसार पॉक्सो एक्ट के तहत हरियाणा में 1272 बच्चियों के यौन शोषण की घटनाएं दर्ज हुईं। प्रदेश में हयूमन ट्रेफिंग का काला सामाज्य अपना पैर पसार रहा है। 2019 से 2021 के बीच हरियाणा से 33,041 महिलायें लापता हुई हैं। प्रदेश से रोज 30 महिलाएं लापता होती हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज होने के बाद पुलिस की कार्रवाई बेहद ढीली है। ऐसे मामलों में आरोप पत्र दाखिल करने में हरियाणा देश में नीचे से तीसरे पायदान पर है। यानी अपराध के मामले मे टॉप पर और कार्रवाई के मामले में सबसे नीचे है। देश में सर्वाधिक महंगाई हरियाणा में क्यों है ?
देश में सबसे ज्यादा टैक्स वसूली हरियाणा में हो रही है। भाजपा सरकार ने प्रदेश में डीजल पर वैट 8.9% से बढ़ाकर 17.1% कर दिया है। भाजपा सरकार ने प्रदेश में खाद, बीज, दवाई, खेती उपकरणों पर टैक्स लगाया। 3. बीजेपी सरकार ने प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं तथा शिक्षा तंत्र को बर्बाद कर दिया।स्वास्थ्य सेवाओं में करीब 20 हजार पद खाली हैं।भाजपा ने खुद की आयुष्मान योजना को प्रदेश में बन्द कर दिया है, अस्पताओं की 300 करोड़ की पेमेंट बाकी है. शिक्षा विभाग में 50 हजार पद खाली हैं। फीस बृद्धि दि के के नाम नाम परर खुली खुली लूट लूट हो हरही रहीहै। है। MBBS MBB फीस दो दोलाखाख से सेबढ़ाकर 40 लाखख कर दी गयी है। कांग्रेस IIM, NID, NIFTEM, SUPVA जैसी संस्थान लायी, बीजेपी एक भी ऐसा संस्थान नहीं बना पायी । श्री तिवारी ने कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकार ने दलितों और पिछड़े वर्ग की घोर अपेक्षा की है। उन्होंने उन्होंने आगे आगे कहा कहा कि कि किमी किमलेयर लिमिटमिट 8 लाख से घटाकर 6 लाख करके पिछड़ा वर्ग आरक्षणलगभग खत्म कर दिया। HKRN (हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड) ने कॉन्ट्रैक्चुवल और आउटसोर्स के जरिये नौकरियों में SC-OBC आरक्षण को प्रभावित किया। एफएचईटीआर के विकास को शून्य पर क्यों लेकर आयी भाजपा सरकार ?
महम ऐयरपोर्ट और सोनीपत रेल कोच फैक्ट्री अन्य राज्यों मे चली गयी। कांग्रेस सरकार में 8 1 किमी. मेट्रो बनी, भाजपा नें एक इंच भी आगे नहीं बढ़ाई। कांग्रेस सरकार ने 250किमी. रेलवे लाइन बिछाई, भाजपा नें एक इंच भी नहीं बिछाई | कांग्रेस कार्यकाल में 4 पावर और एक न्यूक्लियर प्लॉट स्थापित हुआ, भाजपा नें एक भी नहींबनाया | खिलाड़ियों के साथ धोखा हुआ। महिला खिलाड़ियों का घोर अपमान हुआ. खेल मंत्री पर यौन उत्पीड़न के लगे आरोप, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई । खेल स्टेडियम-परिसर नहीं बनाये गये। खिलाड़ियों की उच्च पदों पर नियुक्ति बन्द कर दी गयी। तीन प्रतिशत खेल कोटा खत्म कर दिया गया। तिवारी ने कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकार 10 साल में हजारों करोड़ के 30 से ज्यादा बड़े घोटाले किये हैं जैसे- यमुना खनन घेटाला, शराब घोटाला, फरीदाबाद निगम घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला, भर्ती घोटाला आदि। 2014 और 2019 की चुनावी घोषणाएं जैसे- स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करना किसानों की आय दुगुनी, कर्मचारियों के पंजाब के समान वेतनमान देना, हर जिला मे मेडिकल कॉलेज, 9 हजार रूपये बेरोजगारी भत्ता, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना आदि जैसे वादे आज तक पूरे नहीं हुए। प्रदेश की सरकार ने देश की सबसे विकसित अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है। प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश एवं रोजगार सृजन में नंवर वन हरियाणा बेरोजगारी में नंवर वन और निवेश में फिसडूडी बन गया।
काले कृषि कानून को लेकर कंगना ने कही मोदी के मन की बात
तिवारी ने कहा तीन कृषि कानून को लेकर कंगना रनौत के बयान पर भी भाजपा को घेरा। की पूरी फिल्म को अमित शाह और मोदी ने डायरेक्ट किया है। कंगना ने मोदी के मन की बात कह डाली। कंगना रनौत भाजपा सांसद जो सर्वोच्च नेतृत्व के बहुत करीब हैं उन्होंने पूरी कर दी जब उन्होंने कहा कि किसानों पर तीनो काले कानून वापस आने चाहिए, जुबान तो कंगना रनौत की है पर विचार मोदी और भाजपा का है।