शहर में सीएंडडी वेस्ट का नहीं हो रहा उठान

7/28/2021 8:54:19 PM

गुडग़ांव (ब्यूरो): साइबर सिटी में सीएंडडी वेस्ट (कंस्ट्रक्शन एंड डिमालिशन) यानी मलबे के निपटान नहीं और उठान नहीं हो पा रहा है। नगर निगम की तरफ से शहर से मलबे को उठाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर दिए हैं, लेकिन बावजूद इसके लापरवाह अधिकारियों के कारण इनका उठान नहीं हो पा रहा है। इस कारण शहरवासियों को भारी परेशानियों का तो सामना करना पड़ ही रहा है साथ में अरावली की पहाडिय़ों में लोग अवैध रूप से डालकर हरियाली को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। शहरवासियों की तरफ से बार-बार

शिकायत के बाद भी लोगों की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। बता दें कि शहर में जगह-जगह लगे मलबे के ढेरों को उठाने के लिए  नग निगम ने दो एजेंसियों को कार्य दिया हुआ है। निगम ने इन एजेंसियों को शहर में जगह-जगह लगे मलबे के ढेरों को उठाकर सीएंडडी प्लांट  तक पहुंचाने  की जिम्मेवारी दी थी, हालांकि कंपनी ने अपने कार्य निर्वहन करते हुए गत वर्ष शहर में मलबे के ढेरों को समाप्त कर दिया था, लेकिन निगम पार्षदों ने सदन की बैठक में हंगामा कर एजेंसी का कार्य पर रोक लगा दी थी, इस कारण कंपनी ने करीब छह माह से ज्यादा समय से शहर से खुले में पड़े मलबे को उठाना बंद कर दिया है। ऐसे में अब शहरवासियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।

अरावली में अवैध रूप से डाला जा रहा है मलबा

शहर में मलबे का उठान नहीं होने से लोग अब अरावली की पहाडिय़ों में मलबे को डालकर हरियाली के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। यहां लगे मलबे के ढेरों के कारण धीरे-धीरे पूरी अरावली में पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा फरीदाबाद रोड़ पर खूशबू चौक पर भी जगह-जगह मलबे के ढेर लगे हुए हैं। इनको उठाने के लिए  स्थानीय लोगों ने नगर निगम में कई दफा शिकायत दी है, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। वहीं सेक्टर-53 में भी काफी जगहों पर मलबे के ढेर लगे हुए हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मानसून के मौसम  में इन मलबे के ढेरों के कारण जलभराव की समस्या हो रही है। कई जगहों पर यह मलबा मुख्य नालों में लोग डाल रहे हैं।

कंपनी के कार्य बंद करने से मलबा डपिंग माफिया हुआ सक्रिय

शहर में जब किसी का घर टूटता है तो उससे निकलने वाला मलबे को उठाकर खाली जगहों पर डालने वाला माफिया गिरोह सक्रिया हो गया है। इस कारण इस गिरोह के ट्रैक्टर में मलबा डालकर कहीं पर भी सार्वजनिक जगहों पर डाल देते हैं। निगम की एजेंसी ने गत वर्ष इस गिरोह पर लगाम लगा दी थी, लेकिन एजेंसी एवं अधिकायिों की लापरवाही के कारण अब फिर शहर में जगह-जगह मलगे के ढेर देखने को मिल रहे हैं। 

Content Editor

Gaurav Tiwari