सावधान: एचआईवी की चपेट में शहर के थर्ड जेंडर

punjabkesari.in Friday, Dec 14, 2018 - 12:51 PM (IST)

गुडग़ांव(संजय): शाम होते ही बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों व सार्वजनिक जगहों पर देखे जाने वाले थर्ड जेंडर भी एचआईवी की जद में है। 1 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक एचआईवी जागरूकता पखवाड़े के दौरान किए गए जांच में ये मामले सामने आए है। जिसमें कुल 1500 की जांच की गई जिसमें 4 थर्ड जेंडरों को पॉजिटिव पाया गया।

बता दें कि बीते 6 वर्षो में शहर के 945 पुरूष व 346 महिलाएं पॉजिटिव मिल चुकी है। आशंका के आधार पर थर्ड जेंडरों को भी जांच के दायरे में जोड़ा गया जिसमें अभी तक 4 पॉजिटिव मामलों की पुष्टी की गई है। ज्ञात हो कि 1 दिसम्बर को विश्व एचआईवी दिवस का आयोजन किया गया था। जिसमें विभाग ने 1 दिस्मबर से 15 दिसम्बर तक एचआईवी जागरूकता पखवाडे चलाया हुआ है। बताया गया है कि इसके तहत अब तक हजारों महिला व पुरूषों की जहां जांच की जा चुकी है वही उन्हे बीमारी के प्रति जागरूक भी किया गया।

अभियान की शुरूआत शहर के स्लम इलाकों के अलावा शहर में आने वाले ट्रक व टैक्सी ड्राइवरों पर केन्द्रीत किया गया है। अभियान में डूंडाहेडा स्थित गैर सरकारी संस्था ‘सोसवा’को भी शामिल किया गया है। अभी तक महिला, पुरूषों तक ही एचआईवी व एड्स का खतरा मॅडरा रहा था। ये पहली बार है जब एचआईवी जागरूकता को लेकर महिला, पुरूषों के अलावा थर्ड जेंडरों को शामिल किया गया।

जिसमें गुप्त रोगों के अलावा बीमारी के लक्षण व उसके प्रमाणों की जांच की जाती है। रमेश बहलूर, प्रोजेक्ट निदेशक सोसवा एनजीओ अब तक 1500 से अधिक थर्ड जेंडर की जांच व काउंसिलिंग की जा चुकी है जिसमें 4 मामले पॉजिटिव पाए गए है। सभी की-उचित काउंसिलिंग करने के अलावा उनकी दवाएं भी शुरू की जा चुकी है। डा. विजय कुमार, प्रमुख टीबी व एचआईवी विभाग गुडगांव ‘‘1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक पखवाड़ा चलाया जा रहा है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में तैनान आशा वर्कर घर-घर जाकर लोगों को एचआईवी के कारणोंए लक्षण व उपचार की जानकारी देंगी। यदि उन्हें किसी में भी एचआईवी के लक्षण दिखते हैं तो संदिग्ध को संबंधित स्वास्थ्य केंद्र रेफर करेंगी।’’


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Deepak Paul

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