दबंगों की गिरफ्तारी में देरी से पलायन की बात कर रहा दलित परिवार

7/14/2019 12:27:00 PM

फिरोजपुरझिरका (ब्यूरो): दबंगों पर बड़ी मुश्किल से एफआईआर तो दर्ज हुई अब गिरफ्तारी में देरी ने दलित परिवार की मुश्किलें बढ़ा दी है।  आरोप है कि अब उसे पानी भरने नहीं दिया जा रहा, मजबूरन वो दूरदराज से खारा पानी लाकर अपने परिवार को पिला रही है। मिली जानकारी के मुताबिक थाना नगीना अंतर्गत ग्राम बसई खांजादा के अनुसूचित जाति परिवार के सदस्य रूपचंद के साथ दर्जनों लोगों द्वारा की गई मारपीट के मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया था। वहीं पीड़ित परिवार पर मारपीट का केस दर्ज करने से पुलिस नहीं चूकी। 

जब से एससी परिवार ने दबंगों के खिलाफ एफआईआर कराई तब से उसे दबंग पीने का पानी तक नहीं भरने दे रहे। प्यास बुझाने के लिए दलित परिवार को मंदिर या सरकारी स्कूल जैसे दूरदराज इलाके से पानी भरकर लाना पड़ रहा है। गरीब परिवार डरा हुआ है तो, बच्चे सहमे हुए हैं। जिन बच्चों के साथ बच्चों का खेलना और बड़ों का एक दूसरे के घर आना-जाना या पानी वगैरह भरना आम था, अब वह खास बन चुका है। पीड़ित रूपचंद ने बताया कि मेरे 6 बच्चे हैं कुल मिलाकर 8 सदस्यों का परिवार है। एससी परिवार ने शासन-प्रशासन से आरोपियों को गिरफ्तार कर न्याय की मांग की है। साथ ही कहा कि अगर उनके मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई तत्काल नहीं की तो ऐसे दम घुटने वाले माहौल में वे गांव से पलायन करने को भी मजबूर हो सकते हैं। इस मामले में नगीना पुलिस द्वारा 9 लोगों को नामजद किया गया। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। मामला सुर्खियों में आया तो पुलिस को एफआईआर करनी पड़ी।


यह घटना 3 जुलाई की थी। नगीना थाने में रूपचंद ने शिकायत दी थी कि वह अपने पड़ोसी के घर पर किसी काम से गया था। वहां बिछी हुई चारपाई पर वह बैठ गया। पड़ोसी आया तो उसने धक्के मार कर उठा दिया और चारपाई पर बैठने के लिए लाठी-डंडों से अंधा-धुंध पिटाई कर सिर फोड़ दिया। जिसके कारण उसके सिर व कान पर काफी चोटें आई और कई दिन तक अस्पताल में भर्ती रहा। पुलिस को शिकायत देने के बावजूद भी मामला चार दिनों तक दर्ज नहीं हुआ। नगीना पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामला एससी एक्ट का होने की वजह से सुनील कादियान डीएसपी फिरोजपुर झिरका मामले की तहकीकात कर रहे हैं। अनुसूचित जाति परिवार को न्याय मिलेगा, उसे पलायन करने की आवश्यकता नहीं है। पुलिस प्रशासन उसके साथ है, मैं खुद इस मामले की  तह तक जा रहा हूं। किसी के साथ अन्याय नहीं होगा।

Isha