गहरा सकता है पेयजल संकट

7/17/2019 11:04:59 AM

गुडग़ांव (मनोज): पूर्व से ही भीषण पेयजल समस्या से जूझ रहे गुरुग्राम में पेयजल संकट और अधिक गहरा सकता है। इसका कारण यह है कि पिछले साल इस समय तक जितने पानी की उपलब्धता यमुना नदी में थी उसकी अपेक्षा इस वर्ष काफी कम है। इसके कारण गुरुग्राम मेें भविष्य मेें और अधिक कम पानी की सप्लाई हो सकती है। उधर एनसीआर और जीडब्ल्यूएस नहर की संयुक्त लंबाई 140 किमी से अधिक है और यह हरियाणा के सोनीपत, रोहतक, झज्जर आदि से गुजरती है। इसमें पानी खुले में आने के कारण काफी बर्बाद भी हो जाता है।

वहीं इस साल इन क्षेत्रों में मानसून में कमी दर्ज की जा रही है। जीएमडीए के अधिकारियों की मानें तो गुरुग्राम में पानी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन अभी भी पूरे खंड में नहर में खुला पानी आने के कारण 100 प्रतिशत आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इसके लिए पेयजल स्टोर करने की भी नसीहत दी जा रही है। गुरुग्राम में पेयजल संकट बरकरार:-साइबर सिटी में अभी भी पेयजल संकट बरकरार है। कभी रात को तीन बजे सप्लाई दी जा रही है तो कभी सुबह दिया जा रहा है। लोगों को रात रात भर जगकर पानी आने का इंतजार करना पड़ रहा है।

झाड़सा गांव में पिछले कई दिनों से पानी की सप्लाई प्रभावित हो रही है। यही स्थिति अन्य इलाकों की भी है। पानी काफी कम प्रैशर में आने के कारण कई इलाकों में बूंद बूंद करके पानी टपकने लगा है। नगर निगम के पास इसकी शिकायतें भी आ रही हैं। निगम के कॉल सेंटर में पानी से संबंधित प्रतिदिन करीब आधा दर्जन शिकायतें आ रही हैं। इनमें सप्लाई बाधित होने के साथ दूषित पानी आने और ट्यूबवैल खराब होने के कारण सप्लाई बाधित होने की शिकायतें शामिल हैं लेकिन विडंबना है कि शिकायतों के बावजूद लोगों की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। इसके कारण लोग पानी के भटक रहे हैं।

Edited By

Naveen Dalal