गुरु द्रोणाचार्य की धरा पर योग के गुरुओं की कमी

6/24/2019 9:48:08 AM

गुडग़ांव(संजय): 21 जून को भारत समेत दुनियाभर में योग दिवस मनाया गया। योग को अन्तराष्ट्रीय मान्यता मिलने के बाद भी प्रदेश में आज भी इसके शिक्षकों की खासी कमी है। बताया गया है कि पूरे प्रदेश में योग के कुल 21 शिक्षक है जबकि 20 लाख से अधिक आबादी वाले गुरूग्राम महज एक अस्थाई योग विशेषज्ञ के सहारे लोगो को योग की शिक्षा प्रदान की जा रही है। बता दें कि गुरूग्राम कभी महाभारत के गुरू द्रोणाचार्य का गांव था। जहां शुक्रवार को पूरे जिले में अन्तराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया।

हजारों की संख्या में योग सिखने वाले यहां के लोगों के लिए एक एक योग प्रशिक्षक नियुक्त किया गया है वो भी अस्थाई। जबकि जिले की कुल जनसंख्या 20 लाख से भी उपर बताई जाती है। कुछ ऐसा ही हाल प्रदेश के अन्य जिलों का भी है जहां पूरे प्रदेश में कुल 21 योग विशेषज्ञ नियुक्त किए गए है वो भी अस्थाई। स्थानीय लोगों को कहना है कि योग को भले ही अन्तराष्ट्रीय मान्यता दे दी गई हो लेकिन संसाधन व सुविधाओं का आज भी घोर अभाव है।

शुक्रवार को जिले भर में जगह जगह आयोजन किए गए साथ ही बड़ी संख्या में लोगों का भारी जन समूह भी देखने को मिला। आयोजन के लिए 5 जगहों पर इसके प्रशिक्ष्ण केन्द्र स्थापित किए गए थे जिसमें ताउ देवी लाल स्टेडियम, मियांवाली कालोनी, जिमखाना क्लब सेक्टर-29, दावोदा व्यायामशाला, घोषगढ व्यायामशाला व सोहना नागरिक अस्पताल शामिल था। 

Naveen Dalal