आतंकवाद पूरे विश्व की है बड़ी समस्या : रिजीजू

10/16/2015 6:34:20 PM

गुडग़ांव, (अशोक/राजेश) : केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि पिछले 3 दशकों से एनएसजी ने विभिन्न चुनौतियों को स्वीकार करते हुए अपनी विशेष कार्यशैली व दक्षता से देश में ही नहीं, अपितु विश्व में सुरक्षा क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। यह सुरक्षाबल शक्तिशाली रूप में उभर कर आ रहा है। कई आतंकी हमलों को एनएसजी ने अपनी सूझबूझ से न केवल विफल किया है अपितु आतंकवादियों को काबू करने में भी सफलता हासिल की है। 

वे शुक्रवार को गुडग़ांव के मानेसर स्थित एनएसजी प्रशिक्षण केंद्र परिसर में आयोजित एनएसजी के 31वें स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रुप में एनएसजी कमाण्डो को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एनएसजी का जो आदर्श वाक्य सर्वत्र, सर्वोत्तम, सुरक्षा है, उसके अनुरूप एनएसजी कार्य कर रही है। एनएसजी को अत्याधुनिक हथियारों से लैस किया जा रहा है, ताकि वे आतंकवादी घटनाओं से अच्छी तरह निपट सकें। आतंकवाद भारत की ही नहीं अपितु विश्व की एक बड़ी समस्या है। विश्व के देशों को संगठित होकर आतंकवाद से निपटने के लिए सोचना होगा। 
उन्होंने कहा कि एनएसजी के देश के विभिन्न क्षेत्रों मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई व कलकत्ता में प्रशिक्षण केंद्र हैं। इन केंद्रों में मानेसर प्रशिक्षण केंद्र के समान भी सुविधाएं उपलब्ध कराकर कमाण्डो प्रशिक्षित किया जाएगा। एनएसजी भविष्य में आने वाली चुनौतियों को लेकर पूरी तरह सजग है। इस सुरक्षाबल के कमाण्डो व उनके परिजनों के कल्याण के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है। समारोह में मुख्य अतिथि ने राष्ट्रपति के पुलिस सेवा पदक प्राप्त करने वाले कमाण्डो सूबेदार मेजर बीएल गुलेरिया, सिवाच, आरबीएनजेडी, प्रोफेशनल अवार्डों में प्रदीप कुमार, सर्वश्रेष्ठ महिला कमाण्डो गीता यादव, मनोज कुमार, निशानेबाजी में विपिन, अश्विनी, विक्रम सिंह को भी पुरुस्कृत किया। 
एनएसजी के शहीदों के परिजनों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। इनमें शहीद ऊनीकृष्णन की मां धनलक्ष्मी, रमा शंकर की पत्नी मेवाती देवी, रोशनलाल की पत्नी सावित्री, सुभाषचंद्र की मां विद्यादेवी, केएस मुर्गेशन के पिता एम शिबू, राजेंद्र प्रसाद के पिता लक्ष्मणदास, बलवीर सिंह की पत्नी सरोज बाला, कुलतार राणा की पत्नी मुकेशलता, सुरेंद्र कुमार की पत्नी मुकेश देवी, रामचंद्र की पत्नी पूर्णीदेवी, अनिल कुमार की बहन गीता कुमार तथा शहीद पंकज कुमार के भाई मुकेश कुमार शामिल हैं। कमाण्डो ने हैरतअंगेज प्रदर्शन कर लोगों को अचंभित कर दिया। वीआईपी सुरक्षा ड्रिल, स्वान दल, एयरक्रॉफ्ट, इंटरवेंशन आपरेशन, पैरामोटर सैलिंग, फ्री फाल एवं विभिन्न स्मॉल टीम इंसर्शन स्किल का प्रदर्शन भी कमाण्डो द्वारा किया गया। इस अवसर पर एनएसजी के महानिदेशक आरसी तायल सहित उच्चाधिकारी एवं कमांडो के परिजन भी बड़ी संख्या में शामिल थे।
 
ब्लैक कैट कमांडों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब
जिनके डॉग के करतब देख लोगों के मुंह खुले रह जाते है तो देशद्रोही आतंकवादियों की क्या मजाल कि एनएसजी कमांडो का सामना कर सके। 31 वें स्थापना दिवस समारोह पर एनएसजी कमांडो के कुछ ऐसे ही करतब देख राष्ट्रीय सुरक्षा गारद के मुख्यालय मानेसर में मौजूद आला अफसरों ने भी अपने दांतों तले उगंली दबा ली। एनएसजी महानिदेशक आरसी तायल ने उपस्थित सभी लोगों का स्वागत करते हुए बताया कि अभी तक एनएसजी ने 114 आपरेशन में अर्जित किए गए 53 शोर्य पुरस्कार जिनमें 3 अशोक चक्र, 2 कीर्ति चक्र, ओर 3 शोर्य चक्र शामिल हैं। कमाण्डो द्वारा शानदार ऑपरेशन कौशल का जिसमें वीआइपी सुरक्षा, ड्रिल, श्वान दल के-9, एयरक्राफ्ट इंटरवेंशन ऑपरेशन, पैरामोटर सेलिंग, फ्री-फाल ओर विभिन्न स्माल टीम इंसरसन स्किल का जोरदार प्रदर्शन किया गया।
 
महिला कमाण्डों को भी लगाया जाएगा वीवीआईपी की सुरक्षा में
 
देश की आंतरिक सुरक्षा व अति विशिष्ट व्यक्तियों को सुरक्षा देने में लगी एनएसजी हर मोर्चे पर सफल रही है। आने वाले दिनों में अति विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा में महिला कमाण्डों को भी शामिल किया जाएगा। बम डाटा की सेमिनार का आयोजन अगले वर्ष फरवरी माह में किया जाएगा। जिसमें विश्व के अन्य देशों के सुरक्षा बलों से जुड़े प्रतिनिधि बड़ी संख्या में भाग लेंगे। एनएसजी वर्तमान में देश के 15 अति विशिष्ठ व्यक्तियों को मोबाइल सुरक्षा उपलब्ध करा रहा है। आने वाले समय में महिला कमाण्डों को भी अति विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा में लगाया जाएगा। महिला कमाण्डों किसी भी सूरत में पुरुष कमाण्डों से पीछे नहीं है। एनएसजी देश की अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी अपने यहां प्रशिक्षित कर रही है। इस अवसर पर एनएसजी के उच्चाधिकारी आईजी सारंगी, जनरल चांदी, जनरल दुष्यंत, राकेश अग्रवाल भी मौजूद थे।