फैबलेस सेमीकंडक्टर स्टार्टअप माइंडग्रोव ने MCU चिप किया लांच

punjabkesari.in Monday, May 06, 2024 - 04:36 PM (IST)

गुड़गांव, ब्यूरो : माइंडग्रोव टेक्नोलॉजीज इस फैबलेस सेमीकंडक्टर स्टार्टअपने भारत का पहला वाणिज्यिक उच्च-प्रदर्शन SoC (सिस्टम ऑन चिप) पेश किया है। इसका नामकरण Secure IoT किया गया है। RISC-V पर आधारित यह चिप भारत में मूल उपकरण निर्माताओं (OEMs) को अपने उत्पादों में भारतीय एसओसी का उपयोग करने की अनुमति देगी। वे हाई-एंड फॉर्म फैक्टर से समझौता किए बिना अपने प्रमुख उपकरणों की लागत कम कर सकते हैं। आम तौर पर इस सेगमेंट के अन्य चिप्स की तुलना में यह चिप ३० प्रतिशत सस्ता है। माइंडग्रोव टेक्नोलॉजीज पीक XV पार्टनर्स द्वारा समर्थित है।

 

 

Secure IoT एक उच्च प्रदर्शन वाला माइक्रोकंट्रोलर है जो 700 MHz पर क्लॉक किया गया है। यह इस सेगमेंट में व्यावसायिक रूप से उपलब्ध एकमात्र भारतीय चिप है। माइंडग्रोव की चिप को कनेक्टेड स्मार्ट उपकरणों की एक विस्तृत श्रृंखला पर अनुप्रयोगों को नियंत्रित करने के लिए प्रोग्रामयोग्यता, लचीलापन, सुरक्षा और बेहतर कंप्यूटिंग शक्ति प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह चिप स्मार्टवॉच जैसे पहनने योग्य उपकरणों से लेकर कनेक्टेड बिजली, पानी और गैस मीटर जैसे स्मार्ट सिटी उपकरणों से लेकर स्मार्ट लॉक, पंखे, स्पीकर जैसे कनेक्टेड घरेलू उपकरणों के साथ-साथ EV बैटरी प्रबंधन प्रणालियों और नियंत्रण प्रणालियों तक सब कुछ नियंत्रित कर सकती है।

 

माइंडग्रोव टेक्नोलॉजीज के सह-संस्थापक और CEO शाश्वत टीआर ने कहा, “एम्बेडेड सिस्टम स्पेस में हाई-एंड और लो-एंड डिवाइस निर्माताओं के बीच बड़ा अंतर कोरोना महामारी के दौरान उजागर हुआ था। निम्न-स्तरीय उत्पाद कंपनियाँ चिप की कीमत और मात्रा को उसके वास्तविक प्रदर्शन से अधिक महत्व देती हैं। इसके निवारण के रूप में, हमने मध्य बाजार को लक्षित करते हुए चिप्स डिजाइन करने के बारे में सोचा। माइंडग्रोव की अन्य कंपनियों से तुलना करते समय, 'सही आकार' यह महत्वपूर्ण बिंदु सामने आता है। एक मजबूत समर्थन प्रणाली, उन्नत लचीलापन, अनुकूलनशीलता, सुरक्षा और लागत-दक्षता ये चीजे हमें दुसरों पर बढ़त देती है।

 

चिप्स बेचने के अलावा, माइंडग्रोव भारत में नवाचार और विनिर्माण में तेजी लाने के लिए भारतीय ब्रांडों को डिजाइन सहायता भी प्रदान करता है। यह सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और वैश्विक बाजार की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत में हर साल एक अरब से अधिक चिप्स की खपत होती है और इनमें से १ से ५ करोड़ चिप्स को Secure IoT द्वारा प्रतिस्थापित किया जा सकता है। दुनिया भर में माइक्रोचिप्स की काफी मांग है। हमें उम्मीद है कि वैश्विक खरीदार भारत के नए विकल्प को लेकर उत्साहित होंगे।'', ”शाश्वत ने कहा।

 

आईआईटीएमप्रवर्तकटेक्नोलॉजीजफाउंडेशन और आईआईटी मद्रास इनक्यूबेशन सेल ने माइंडग्रोव टेक्नोलॉजीज की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।इस चिप में 28 nm नोड पर MPW टेप-आउट सफलतापूर्वक लगाया गया है। सिलिकॉन उद्योग में इस शब्द का प्रयोग प्रोटोटाइप के लिए किया जाता है। चिप के संदर्भ बोर्ड अगले कुछ हफ्तों में OEMs को उपलब्ध करा दिए जाएंगे।

 

Secure IoT में बड़ी संख्या में I/Os, हार्डवेयर त्वरक के रूप में उपयोग किए जाने वाले प्रमुख सुरक्षा एल्गोरिदम, सिक्योर बूट और ऑन-चिप वन-टाइम प्रोग्रामयोग्य मेमरी की सुविधा दी गई है। इस चिप का उपयोग बेयर मेटल कोड या किसी माइक्रोकंट्रोलर RTOS (रियल-टाइम ऑपरेटिंग सिस्टम) के साथ किया जा सकता है, जिससे यातायात नियंत्रण प्रणाली, स्वायत्त वाहन, चिकित्सा उपकरण इत्यादि जैसे क्षेत्र खुल जाएंगे।


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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