भ्रूण-हत्या का भंडाफोड़, नर्स गिरफ्तार

10/1/2017 12:23:43 PM

गुडग़ांव (संजय): निजी ही नहीं लिंग जांच व अवैध गर्भपात मामले में अब सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्यरत कर्मचारी भी बेनकाब होने लगे हैं। शनिवार को जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीएनडीटी टीम ने अवैध रूप से गर्भपात करने के मामले का भंडाभोड़ किया हैं।

बताया जाता है कि  गर्भपात करने वाली महिला कर्मचारी स्टाफ नर्स है केंद्र से बड़ी मात्रा में एमटीपी किट व अन्य दवाएं टीम द्वारा बरामद की गई हैं। टीम ने मामले का खुलासा गुप्त सूचना के आधार गठित टीम द्वारा नकली ग्राहक भेजकर किया गया। टीम को जांच केन्द्र से 10 हजार रूपए नकद व उसके सरकारी क्वार्टर से 4 खाली एमटीपी कीट बरामद किया। नर्स के खिलाफ  पीएनडीटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच की जा रही हैं।

अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन को गुप्त सूचना के आधार पर एमटीपी कीट बेचने की जानकारी मिली थी। जिस पर डीसी विनय प्रताप सिंह व सीएमओ डा. बी.के. राजौरा के निर्देश पर अधिकारियों की एक टीम का गठन कर छापेमारी की योजना बनाई गई। मामले को गंभीरता से देखते हुए विभाग के अधिकारियों ने छानबीन शुरू की। जहां पता चला कि अनामिका महिलाओं का गर्भपात कराती है। इसके बाद टीम ने शनिवार की सुबह करीब 8 बजे जांच केन्द्र में कार्य कर रही महिला कर्मचारी के पास नकली ग्राहक बनाकर पीएचसी पर भेजा। जहां महिला के पहुंचते ही टीम के सदस्यों ने पीएचसी की घेरेबंदी कर नर्स को रंगेहाथ दबोच लिया। अधिकारियों ने बताया कि नकली ग्राहक ने अनामिका से दो दिन पहले ही एमटीपी कीट को लेकर बात की थी। दशहरा की छुट्टी होने के फायदा उठाते हुए अनामिका ने उसे शनिवार की सुबह आने को कहा।

सुबह करीब 9 बजे पीएचसी पर पहुंची जहां महिला ने अनामिका को एमटीपी के लिए 10 हजार रुपए दिए। पहले से तय प्लान के मुताबिक संकेत मिलते ही टीम द्वारा महिला को रंगे हाथ पैसे लेते हुए दबोच लिया गया। टीम में डिप्टी सीएमओ डा. सरयू शर्मा, डीसीओ अमनदीप, रेडक्रास सोसायटी के सचिव श्याम सुंदर आदि शामिल थे।