ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन का ''प्रदूषण से आज़ादी'' अभियान  सतत गतिशीलता का प्रतीक

2/8/2024 8:01:27 PM

गुड़गांव, (ब्यूरो): :हरित भविष्य के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए, ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन ने "प्रदूषण से आज़ादी" शीर्षक से अपना प्रभावशाली अभियान शुरू किया। फाउंडेशन के स्वयंसेवक, भारतीय राष्ट्रीय ध्वज से लैस होकर, विभिन्न शहरों में एकत्र हुए, स्थायी गतिशीलता और वायु प्रदूषण से निपटने और कार्बन पदचिह्न को कम करने में सार्वजनिक परिवहन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाई।

 

 दिल्ली में फाउंडेशन की सिटी हेड आस्था त्रिखा व समाज सुधारक मयंक गुप्ता के जोशीले नेतृत्व में, सादिया सैफी और तेजस्विनी जैसे विभिन्न समर्पित व्यक्तियों के साथ, अभियान सैकड़ों लोगों के साथ गूंज उठा, जिन्होंने जनता को गले लगाने का संकल्प लिया। पर्यावरण-अनुकूल विकल्प के रूप में परिवहन और साइकिल चलाना। अभियान का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को परिवहन के स्थायी साधन चुनने के लिए प्रोत्साहित करना है, जो वायु प्रदूषण को कम करने और कार्बन उत्सर्जन पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शहरी केंद्र बढ़ते प्रदूषण स्तर और परिणामी स्वास्थ्य खतरों से जूझ रहे हैं, ऐसे में ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन की पहल और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।

 

दिल्ली और अन्य शहरों की सड़कों पर, स्वयंसेवकों ने सार्वजनिक बसों और साइकिलों के सामने गर्व से राष्ट्रीय ध्वज लहराया, जो बढ़ती पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने में उद्देश्य की एकता का प्रतीक है। इस अनूठे प्रदर्शन ने न केवल राहगीरों का ध्यान खींचा, बल्कि हमारे ग्रह की भलाई के लिए हमारी आवागमन की आदतों को बदलने की तत्काल आवश्यकता के बारे में बातचीत भी शुरू कर दी। इस कार्यक्रम में सैकड़ों लोग प्रतिज्ञा लेने के लिए आगे आए और उन्होंने निजी वाहनों से पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को अपनाने की व्यक्तिगत प्रतिबद्धता जताई। स्वतंत्रता दिवस पर जैसे ही सूर्य उदय हो, प्रदूषण से मुक्त होने के लिए लोगों की सामूहिक इच्छा स्पष्ट थी।

 

आस्था सैंडी खांडा उर्फ़ संदीप शर्मा ने कहा "'प्रदूषण से आजादी' अभियान सिर्फ हमारे देश की आजादी का जश्न मनाने के बारे में नहीं है, बल्कि प्रदूषण की जंजीरों से आजादी की घोषणा करने के बारे में भी है। हम भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ, स्वस्थ वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

 

प्रकृति के लिए समर्पित मयंक गुप्ता द्वारा विभिन्न छोटे छोटे बच्चो को प्रकृति के प्रति जागरूक  करने के लिए सराहनीय प्रयास रहे व विभिन्न युवा पीढ़ी के मध्य जाकर उनसे चर्चा की गयी

 

जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, सड़कें पर्यावरण चेतना के मंत्रों से गूंज उठीं, और अभियान की गति और तेजी से बढ़ने लगी जहां समर्थकों ने स्वच्छ हवा और टिकाऊ जीवन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साझा की। इस महत्वपूर्ण दिन पर स्थायी गतिशीलता को बढ़ावा देने की दिशा में ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन का साहसिक कदम आशा की किरण और कार्रवाई के आह्वान के रूप में कार्य करता है। जैसे-जैसे भारत भविष्य की ओर आगे बढ़ रहा है, यह देखकर खुशी होती है कि "प्रदूषण से आजादी" जैसी पहल स्वच्छ आसमान और सभी के लिए स्वस्थ जीवन की दिशा में एक रास्ता तैयार कर रही है।

 

ऐसी दुनिया में जहां प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है,समाज सेवी संस्था ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन का अभियान हमें याद दिलाता है कि सकारात्मक बदलाव लाने की शक्ति व्यक्तियों के सामूहिक कार्यों में निहित है। प्रकृति हितैषी परिवहन को अपनाकर, हम न केवल प्रदूषण से "आज़ादी" हासिल कर सकते हैं, बल्कि एक अधिक जीवंत और सुगम भविष्य की ओर भी बढ़ सकते हैं।

Content Editor

Gaurav Tiwari