दिल की बीमारियाँ रोकथाम से ही रुकेंगी दिल की बीमारियाँ : डॉक्टर ख़ुर्शीद इक़बाल

punjabkesari.in Saturday, Nov 08, 2025 - 05:34 PM (IST)

गुड़गांव ब्यूरो : दिल की बीमारियों का ख़तरा लगातार बढ़ रहा है। हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ और मोटापे के मामलों में तेज़ी आई है, खासकर युवाओं में। विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि अगर अब भी सावधानी नहीं बरती गई, तो आने वाले वर्षों में दिल से जुड़ी आपात स्थितियाँ बढ़ सकती हैं। बदलती जीवनशैली, धूम्रपान, असंतुलित आहार और तनाव ने चुपचाप दिल पर असर डाला है। अधिकतर लोग तब तक जांच नहीं करवाते जब तक कोई बड़ी समस्या न हो जाए। डॉक्टरों का कहना है कि समय-समय पर जांच और सही जीवनशैली ही इन बीमारियों से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।

 

गौरी हार्ट सेंटर, श्रीनगर के सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर ख़ुर्शीद इक़बाल ने कहा “दिल की ज़्यादातर बीमारियाँ रोकी जा सकती हैं। हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़, मोटापा और धूम्रपान जैसे कारणों पर नियंत्रण बेहद ज़रूरी है। नियमित जांच, संतुलित आहार और रोज़ाना आधा घंटा व्यायाम दिल को मज़बूत रखता है। तनाव से दूरी और पर्याप्त नींद भी उतनी ही ज़रूरी है। समाज के हर व्यक्ति को अपनी और अपने परिवार की दिल की सेहत की ज़िम्मेदारी लेनी होगी।

 

छोटे बदलाव जैसे तली-भुनी चीज़ों की जगह सादा खाना, पैदल चलना और धूम्रपान छोड़ना लंबे समय तक दिल को स्वस्थ रखते हैं। परिवार और समुदाय अगर सक्रिय जीवनशैली को बढ़ावा दें, तो दिल की बीमारियों का बोझ कम किया जा सकता है। श्रीनगर जैसे विकसित हो रहे शहर में अब ज़रूरत है रोकथाम की संस्कृति बनाने की। समय पर जांच, जागरूकता और जीवनशैली में अनुशासन अपनाकर आने वाली पीढ़ियों के दिल को सुरक्षित रखा जा सकता है। मजबूत दिल की शुरुआत जागरूक निर्णयों से होती है और उसका समय आज है।


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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