हाइब्रिड कक्षाओं से मिलेगी छात्रों को नई उड़ान

9/17/2021 10:17:16 PM

 

गुडगांव ब्यूरो : वर्त्तमान समय में शिक्षा के क्षेत्र में बहुत से बदलाव लाए जा रहे हैं। ऐसे में संस्कृति ग्रुप ऑफ़ स्कूल के ट्रस्टी प्रणीत मुंगली का मानना है कि हाइब्रिड कक्षाओं में सीखने के एक प्रारूप की परिकल्पना की गई है जहां किसी भी कक्षा के कुछ छात्र व्यक्तिगत रूप से सीखने के लिए स्कूल आएंगे, जो पारंपरिक कक्षाओं की तरह आयोजित किया जाएगा। जबकि उनके सहकर्मी समूह के अन्य छात्र दूरस्थ रूप से उसी कक्षा में भाग लेंगे, जिसका ऑनलाइन प्रसारण किया जाएगा। 

प्रणीत मुंगली के मुताबिक हाइब्रिड कक्षाएं अभिभावकों और छात्रों को अपनी पसंद चुनने की स्वतंत्रता प्रदान करती हैं। वे छात्र और माता-पिता जो शारीरिक कक्षाओं का लाभ उठाना चाहते हैं, वे ऐसा कर सकते हैं। साथ ही साथ यह उन छात्रों को बिना किसी बाधाओं के पढ़ने और सीखने की अनुमति देता है जहां छात्र स्कूल आने में असमर्थ होते हैं। प्रणीत यह कहते हैं कि जब तक भारत में अधिकांश वयस्कों का पूरी तरह से टीकाकरण नहीं हो जाता, तब तक कार्रवाई का विवेकपूर्ण तरीका यह है कि गैर-टीकाकरण वाले माता-पिता के बच्चों को सीखने का प्रारूप चुनने की अनुमति दी जाए जो उनकी व्यक्तिगत परिस्थितियों के लिए सबसे उपयुक्त हो।

वह ये मानते हैं कि हाइब्रिड क्लासरूम को अपनाने में शिक्षक के दृष्टिकोण से कुछ शैक्षणिक और तकनीकी चुनौतियाँ हैं। दूरस्थ छात्रों के साथ-साथ कक्षा में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने वालों की आवश्यकताओं पर एक साथ ध्यान देना कठिन है। पढाई के इन विभिन्न समूहों के परिणामों की देख रेख  करना  शिक्षकों पर काफी अधिक काम का बोझ डालेगा। यूरोप में किए गए शोध से पता चला है कि इस तरीके से पढ़ाना तनाव और थकान का कारण बन सकता है। अन्य चुनौती यह है की देश में बड़ी संख्या में ऐसे स्कूल हैं जिनमें अभी तक तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। हाई स्पीड इंटरनेट का अभाव, अपर्याप्त उपकरण आदि सर्वविदित हैं। यदि परिसर में सीखने के लिए एक दीर्घकालिक विकल्प के रूप में हाइब्रिड कक्षाओं की योजना बनाई जाती है, तो यह उस असमानता को और बढ़ा सकता है जो कोविड के समय में स्कूली शिक्षा प्रणाली में पैदा हुई है।

प्रणीत मुंगली का यह कहना है सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के स्कूल प्रशासकों को इसे सफलतापूर्वक सक्षम करने के लिए प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण परिवर्तन करने की आवश्यकता है। शिक्षक प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण प्रयास किए जाने की आवश्यकता है ताकि शिक्षकों को निर्देश में कटौती करने के लिए मजबूर होने की संभावना को रोका जा सके। माता-पिता और शिक्षकों को भी यह सुनिश्चित करने के लिए एक साथ काम करने की आवश्यकता है कि जो छात्र घर पर सीख रहे हैं, वे उन छात्रों की तुलना में पीछे न रहें जो कम से कम कुछ समय व्यक्तिगत रूप से बिताने का विकल्प चुनते हैं। हाइब्रिड क्लासरूम एक ऐसा महत्वपूर्ण समाधान है जो निकट भविष्य के लिए एक 'नई नार्मल' और शिक्षा के क्षेत्र में पॉजिटिव बदलाव की ओर बढ़ सकता है।

Content Editor

Gaurav Tiwari