कंपनी ने निकाला तो फर्जी तरीके से करा लिया 17.80 लाख का आरटीजीएस

6/20/2019 10:34:38 AM

गुडग़ांव(ब्यूरो): शहर के सैक्टर-44 स्थित एक कंपनी के खाते से फर्जी दस्तावेज के जरिए 17.80 लाख रुपए ट्रांसफर करने के मामले में थाना साइबर क्राइम ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दोनों शख्स कंपनी में काम करते थे और नौकरी से निकाले जाने से पहले ही कंपनी के आरटीजीएस ट्रांजैक्सन फार्म अपनी निजी ईमेल आइडी पर फारवर्ड कर लिए थे। पकड़े गए लोगों की पहचान गुडग़ांव के न्यू कॉलोनी निवासी दीपक मंडौरिया और बिहार के सीवान निवासी विवेक कुमार के रुप में की गई है।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी के अधिकारियों ने इस सम्बंध में साइबर थाना में शिकायत दी थी। शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। मामले में कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी इंस्पैक्टर सुदेश की टीम ने दोनों को काबू कर लिया। दोनों को कोर्ट में पेश कर उन्हेें पूछताछ के लिए एक दिन के रिमांड पर लिया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे कंपनी में अकाउंट/फाइनेंस विभाग में काम करते थे। दीपक को कंपनी द्वारा कर्मचारियों की छंटनी के दौरान पिछले साल जुलाई में कंपनी से निकाल दिया गया जबकि विवेक कंपनी में ही था।

इस दौरान दोनों ने बातचीत के बाद योाजना के तहत आरटीजीएस का फार्म व फारमेट अपने ईमेल पर फारवर्ड कर लिया। दोबारा छंटनी में विवेक को भी कंपनी ने बाहर निकाल दिया था। कंपनी से बाहर होने के बाद उन्होंने कंपनी के दो आरटीजीएस की टांजैक्सन की। इसमें फार्म भरकर कंपनी की फर्जी मोहर व साइन कर बैंक को फैक्स कर 17.80 लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए।

हालांकि ट्रांजैक्सन का पता चलने पर वे पैसे नहीं निकाल पाए। पुलिस ने इनके पास से वारदात में प्रयुक्त लैपटॉप व मोबाइल फोन बरामद किया है। बुधवार को उन्हें पुलिस ने कोर्ट में पेश किया जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। 
 

Pooja Saini