गुडग़ांव-कैनाल नहर टूटने से सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न

punjabkesari.in Sunday, Jun 09, 2019 - 01:09 PM (IST)

पुन्हाना (ब्यूरो): उपमंडल के गांव हिंगनपुर गांव के करीब से गुजर रही गुडग़ांव कैनाल नहर टूटने से ग्रमीणों में हड़कंप मच गया। नहर टूटने से आस-पास के खेतों में पानी भर गया वहीं सैकड़ों भूमि जलमग्न हो गई। घटना से किसानों को लाखों रुपए का नुकसान भी हो गया। घटना के गई घंटे बाद भी सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। जिससे ग्रामीणों ने विभाग के खिलाफ रोष भी देखने को मिला। इसके साथ ही एसडीएम जितेंद्र गर्ग द्वारा कानूनगो को मौके पर भेजकर हालात का जायजा लिया गया। वहीं किसानों नहर टूटने से हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग की है। 

गांव के लोगों ने बताया कि शनिवार प्रात: सुबह उनके गांव के पास से गुजर रही गुडग़ांव कैनाल नहर टूट गई। जिससे आस-पास के खेतों के साथ ही घरों में भी पानी पहुंच गया। पानी को रूकवाने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को भी सुचना दी गई, लेकिन 12 बजे तक भी अधिकारी नहीं पहुंच पाए, जिससे नहर से लगातार पानी आने से उनकी मूंग, कचरी, कपास, हरा चारा की फसल में पानी भर गया। वहीं भुस के बोंगे व तालाबों से मछली भी खेतों में आ गई। जिससे किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हो गया। 

अगर खेतों से जल्द पानी की निकासी नहीं हुई तो आगामी फसल की बिजाई भी समय नहीं हो सकेगी। उन्होंने आढ़तियों से कर्जा लेकर फसल बोई थी, लेकिन नहर टूटने से सारी फसल खराब हो गई है। जिससे उनके सामने आॢथक संकट खड़ा हो गया है। गुडग़ांव-कैनाल नहर टूटने से सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न पुन्हाना, 8 जून (ब्यूरो): उपमंडल के गांव हिंगनपुर गांव के करीब से गुजर रही गुडग़ांव कैनाल नहर टूटने से ग्रमीणों में हड़कंप मच गया। नहर टूटने से आस-पास के खेतों में पानी भर गया वहीं सैकड़ों भूमि जलमग्न हो गई। घटना से किसानों को लाखों रुपए का नुकसान भी हो गया। घटना के गई घंटे बाद भी सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। जिससे ग्रामीणों ने विभाग के खिलाफ रोष भी देखने को मिला। इसके साथ ही एसडीएम जितेंद्र गर्ग द्वारा कानूनगो को मौके पर भेजकर हालात का जायजा लिया गया। वहीं किसानों नहर टूटने से हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग की है। 

गांव के लोगों ने बताया कि शनिवार प्रात: सुबह उनके गांव के पास से गुजर रही गुडग़ांव कैनाल नहर टूट गई। जिससे आस-पास के खेतों के साथ ही घरों में भी पानी पहुंच गया। पानी को रूकवाने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को भी सुचना दी गई, लेकिन 12 बजे तक भी अधिकारी नहीं पहुंच पाए, जिससे नहर से लगातार पानी आने से उनकी मूंग, कचरी, कपास, हरा चारा की फसल में पानी भर गया। वहीं भुस के बोंगे व तालाबों से मछली भी खेतों में आ गई। जिससे किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हो गया।  अगर खेतों से जल्द पानी की निकासी नहीं हुई तो आगामी फसल की बिजाई भी समय नहीं हो सकेगी। उन्होंने आढ़तियों से कर्जा लेकर फसल बोई थी, लेकिन नहर टूटने से सारी फसल खराब हो गई है।जिससे उनके सामने आॢथक संकट खड़ा हो गया है। 


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