महागाथा ने रामनवमी पर अपनी पुस्तक ‘रामराजा’ की 50,000 पुस्तकें निःशुल्क वितरित करने की घोषणा की
punjabkesari.in Wednesday, Apr 17, 2024 - 05:59 PM (IST)
गुड़गांव, ब्यूरो : रामनवमी के शुभ दिन परप्रमुख साहित्यिक घराने और फिल्म निर्माण कंपनी‘महागाथा’ ने अपनी चर्चित आध्यात्मिक पुस्तक "रामराजा - श्री राम का राज्याभिषेक" की 50,000 प्रतियां मुफ्त में वितरित करने की घोषणा की है। पाठकों के लिए यह पुस्तक ऐमेजॉन पर भी उपलब्ध है।
इस कार्य के माध्यम सेफिल्म निर्माण कंपनी महागाथा लोगों में भगवान राम के प्रति आस्था को और बल देना चाहती है। पुस्तक के माध्यम से ओरछा में रामराजा मंदिर के आसपास की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और इतिहास के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ने की उम्मीद है। धार्मिक पुस्तकों का वितरण पाठकों की चेतना को जागरूक करने और उन्हें भगवान राम की भव्य और उज्ज्वल विरासत को जानने और समझने का मौका देता है। फिल्म निर्माता ऋषिकेष पांडे और पी. नरहरि (आईएएस)के संयुक्त प्रयासों द्वारा लिखित इस सहयोगी कृति को पिछले महीने मध्यप्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया गया था। यह पुस्तकओरछा में प्रसिद्ध एक प्रतिष्ठित हिंदू तीर्थ स्थल, रामराजा मंदिर के समृद्ध इतिहास, गहन आध्यात्मिक महत्व और वास्तुशिल्प चमत्कारों पर प्रकाश डालती है।
पुस्तक के लेखकों में से एक पी. नरहरि ने कहा, "'रामराजा' के लॉन्च पर पाठकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया वास्तव में सुखद रही है।" रामनवमी के शुभ अवसर पर हम इस पुस्तक के वितरण अभियान द्वारा राम की महिमा और ओरछा के धार्मिक महत्व को अधिक से अधिक पाठकों तक पहुंचाने के लिए रोमांचित हैं।" सह-लेखक ऋषिकेश पांडे ने कहा, "पुस्तक को प्रकाशित करने के पीछे हमारा उद्देश्य पाठकों की धार्मिक चेतना को जगाना है। हम चाहते हैं कि वे भी इस पुस्तक को पढ़कर भगवान राम के बचपन की दिव्यता का अनुभव करें। यह पुस्तक सिर्फ एक साहित्यिक कृति नहीं है, बल्कि उनकी स्थायी विरासत का एक प्रमाण है।" हमारी सांस्कृतिक धरोहर है।"
पुस्तक वितरण के साथ ही फिल्म निर्माण कंपनी ‘महागाथा’ने यह भी घोषणा की, कि "रामराजा" का फिल्म रूपांतरण भी शुरू हो गया है, जिसका निर्देशन ऋषिकेष पांडे द्वारा किया गया है। इसे जानेमाने फिल्म निर्माता भरत चौधरी द्वारा अपने बैनर, करण-सी-प्रोडक्शन के तहत निर्मित किया गया है। हमे यह विश्वास है कि पुस्तक द्वारा यह प्रयास भगवान राम के जन्मस्थान के रूप में ओरछा शहर के ऐतिहासिक महत्व को बढ़ाएगा। और उसके आध्यात्मिक महत्व से दुनिया का परिचय कराएगा।