बाट जोहते रहे रणसीका के ग्रामीण, नहीं आए मुख्यमंत्री, सांसद राव इंद्रजीत ने दी श्रद्धांजलि

2/8/2018 11:10:11 AM

गुरुग्राम(सतीश राघव): बीते दिन एक बार फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री शहीद को सम्मान देने के लिए केवल इसलिए नहीं पहुंच पाए क्योंकि समय पर हेलीकाप्टर का प्रबंध नहीं हो सका। हालांकि  केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंदरजीत सिंह शहीद कप्तान कपिल कुंडू के परिजनों से मिलने के लिए पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार की ओर से कुछ भी बन पाएगा उनकी मदद की जाएगी। इस अवसर पर वह उस स्थान पर भी गए जहां शहीद का अंतिम सस्कार किया गया था। 

तैयारियां पूरी लेकिन नहीं पहुंचे प्रदेश मुखिया
दोपहर 12 बजे के पास प्रदेश के मुख्यमंत्री के हेलीमंडी नई अनाजमंडी में उतरने की सूचना प्रशासन को मिली थीं जिसके बाद नई अनाजमंडी में दमकल विभाग की गाड़ियों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। यहां से वो कैप्टन शहीद कपिल कुंडू के परिजनों से मिलने के लिए जाने वाले थे। क्षेत्र की विधायक के पुत्र रवि चौधरी के अनुसार मुख्यमंत्री द्वारा पंजाब से हेलीकॉप्टर मंगाया गया था जो चंढ़ीगढ़ से पटौदी लेकर आने वाले था, लेकिन बाद में उनका कार्यक्रम रद्द हो गया। माना जा रहा है कि उन्हें यहां पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर नहीं मिला जिसके कारण वो यहां नहीं आ सके।
 
चौथे दिन शहीद के घर अपनी संदेवदना व्यक्त करने के लिए पहुंचे क्षेत्र के सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि जिस तरह से हमारे जवान शहीद होने पर मजबूर हुए हैं उसको रोकने के लिए हमारी सरकार और फौज माकूल बदला लेगी और ऐसा भविष्य में दौबार कम से कम हो। कपिल का न होना का दुख पुरा तो नहीं किया जासकता लेकिन उनकी जो भी सहायता उनके अधिकार क्षेत्र में हैं वो की जाएगी। इस अवसर पर विधायक बिमला चौधरी भी उनके साथ मौजूद थीं।

आज आ सकते हैं मुख्यमंत्री
प्रदेश के मुख्यमंत्री आज रणसीका गांव शहीद कैप्टन कपिल कूंडू के पजिरनों से मिलने के लिए यहां पहुंच सकते हैं। मुख्यमंत्री परिजनों से मिलकर शहीद को श्रद्धाजंलि देंगे।

बेटे का सम्मान उनके रैंक के अनुसार हो : सुनीता 
इस अवसर पर शहीद कैप्टन कपिल कुंडूकी मां सुनीता कुंडू ने कहा कि वह चाहती हैं कि उनके बेटे का सम्मान उनके रैंक के अनुसार हो। उसको उचित सम्मान दिया जाना चाहिए क्योंकि वह इस सम्मान के लिए सैनिक बना और देश सेवा की और वह भी बस यही चाहता था कि उसका सम्मान किया जाएगा।

मीडिया का था दबाव
माना जा रहा हैं कि  मीडिया के दबाब के कारण सांसद राव इंद्रजीत सिंह शहीद परिवार के बीच पहुंचे। लगातार मिडिया द्वारा सांसद और मुख्यमंत्री के यहां नहीं पहुंचने के विवाद के घिर जाने के बाद स्वयं सांसद ने परिजनों से बात कर बुधवार को ही आने की इजाजत ली और इसके बाद वो उनके घर पहुंचे।