छोटे व्यवसाय, बड़ी बातचीत : मैसेजिंग टूल्स से मिट रही है बड़ी-छोटी की दूरी : नितिन सेठ

punjabkesari.in Friday, Nov 14, 2025 - 07:36 PM (IST)

गुड़गांव, ब्यूरो : नितिन सेठ, सीईओ और सह-संस्थापक, कंवरसिव के अनुसार आज मैसेजिंग टूल्स छोटे बिजनेस को बड़ी कंपनियों से मुकाबला करने में काफी मदद कर रहे हैं। एआई-चैट, ऑटोमेशन और सीआरएम से जुड़े प्लेटफॉर्म की मदद से अब अकेले काम करने वाले लोग भी बिना की किसी बाधा के स्मार्ट सेवाएं दे सकते हैं। पहले कभी ऐसी स्थिति नहीं थी। पहले उन्नत तकनीक केवल बड़ी कंपनियों के पास होती थी, पर अब स्थिति बदल गयी है। छोटे लॉ फर्म, क्लिनिक, कंसल्टेंसी व सीजनल सर्विस प्रोवाइडर भी ऐसे मैसेजिंग सिस्टम इस्तेमाल कर रहे हैं। ये टूल्स बातचीत को याद रखते हैं, प्रतिक्रिया देते हैं और मार्गदर्शन करते हैं, जैसे कभी बड़ी कंपनियों के प्लेटफॉर्म करते थे। ये टूल्स छोटे व्यवसायों को स्टाफ की संख्या बढ़ाए बिना या कॉल सेंटर बनाए बगैर चौबीसों घंटे सभी चैनलों पर व्यक्तिगत सेवा मुहैया करा रहे हैं। यह छोटे कारोबारों के लिए ग्राहकों को बेहतर सुविधा देने के तरीके में महत्वपूर्ण बदलाव है।

 

बिना अतिरिक्त लागत के लोकल ऑफिस से 24 घंटे सेवाएं

पहले छोटे बिजनेस 24 घंटे सेवा देने या बड़ी कॉल-सेंटर जैसी सुविधा बनाने का खर्च नहीं उठा पाते थे। मगर, अब मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने यह स्थिति बदल दी है। आज वे एसएमएस, व्हाट्सएप या वेब चैट जैसे टूल्स की सहायता से “हमेशा खुले” रह सकते हैं। कार्यालय बंद होने के दौरान ऑटोमेशन काम संभाल लेता है। ये सिस्टम अपॉइंटमेंट रिमाइंडर भेजते हैं, नए ग्राहकों की पहचान करते हैं और सेवा के बाद फॉलोअप भी करते हैं, वह भी व्यक्तिगत अनुभव के साथ । अब बातचीत किसी भी समय और चैनल जैसे कि वेब चैट या फोन कॉल के बीच रोकी और फिर से शुरू की जा सकती है मसलन, एक रियल एस्टेट कंपनी व्यस्त सीजन में भी अस्थायी कर्मचारी को रखे बिना ग्राहकों को जानकारी दे सकती है। वहीं, एक अकाउंटिंग फर्म टैक्स रिमाइंडर भेज सकती है और डॉक्यूमेंट जुटा सकती है। इससे कर्मियों का समय अन्य उपयोगी कामों में इस्तेमाल किया जा सकता है। ये टूल निरंतरता, भरोसा और पेशेवर चीजों में सुधार करते हैं।

 

स्मार्ट मैसेजिंग से छोटी टीमें भी लगती हैं बड़ी

भले ही कई छोटी टीमें अपनी विशेषज्ञता रखती हों, मगर वे अक्सर काम के मानक और एकरूपता की चुनौती झेलती हैं। अब ख़ास उद्योगों के लिए बने मैसेजिंग प्लेटफॉर्म इस कमी को दूर करने में मदद कर रहे हैं। ये सिस्टम यूजर्स को मरीज के फॉर्म जमा करने या वित्तीय सहायता के आवेदन जैसे मुश्किल कामों में मार्गदर्शन करते हैं। साथ ही एचआईपीएए या एफईआरपीए जैसे नियमों का पालन भी करते हैं। इनमें इनबिल्ड वर्कफ्लो होते हैं, जिससे छोटे उद्योग बिना अतिरिक्त स्टाफ रखे सुरक्षित और निरंतर सेवा दे सकते हैं। ये सिस्टम बातचीत का पूरा रिकॉर्ड भी रखते हैं। इसका मतलब है कि ग्राहक को बार-बार अपनी बात बताने की जरूरत नहीं पड़ती और हैंडओवर के दौरान भी टीम का हर सदस्य पूरी जानकारी रखता है। स्मार्ट मैसेजिंग टूल्स छोटे बिजनेस को उतनी ही तेज व प्रोफेशनल सेवाएं देने में मदद करते हैं, जितनी बड़ी कंपनियां देती हैं चाहे किसी थेरेपिस्ट की असिस्टेंट हो, जो बीच में रुकी हुई बातचीत को फिर से संभाल रही हो या एक डेंटल क्लिनिक हो, जो बीमा से जुड़ी जानकारी तुरंत कन्फर्म कर रहा हो।

 

बातचीत जो भरोसा, समझ व वफादारी बनाती है

हर बातचीत कुछ सीखने का एक मौका की तरह है। छोटे बिजनेस के लिए मैसेजिंग टूल अब लंबे समय तक किसी चीज की गहरी समझ का जरिया बन गए हैं, जो बताते हैं कि ग्राहक किन चीजों की परवाह करते हैं, वे सबसे ज्यादा कब सक्रिय रहते हैं और उनकी पसंद कैसे बदलती हैं। ये सिस्टम बातचीत का रिकॉर्ड रखते हैं, ग्राहकों की पसंद याद रखते हैं और स्टाफ बदलने पर भी सेवाएं बरकरार रखते हैं। इस तरह की व्यवस्था से सेवा में कभी रुकावट नहीं आती और रिश्ते लंबे समय तक बने रहते हैं। एक अकेले काम करने वाला टैक्स कंसल्टेंट फाइलिंग के बाद अपने क्लाइंट को अगले साल के लिए समय पर स्वत: रिमाइंडर भेज सकता है। वहीं, एक इवेंट प्लानर फीडबैक एकत्र कर सकता है और नई सेवाओं का सुझाव दे सकता है।  एक ट्रैवल एडवाइजर यात्रा के बाद हाल-चाल जान सकता है और बिना किसी मैन्युअल संकेत के रेफरल के लिए आमंत्रित कर सकता है। ये छोटे-छोटे इंटरैक्शन भरोसा बढ़ाते हैं, ग्राहकों को जोड़े रखते हैं और और निरंतर विकास को बढ़ावा देते हैं। जो तकनीक पहले कभी केवल बड़ी कंपनियों के पास थी, अब वह छोटे बिजनेस के लिए भी आवश्यक औजार बन गई है। ऑटोमेशन, वैयक्तिकरण और नियमों के पालन से लैस मैसेजिंग प्लेटफॉर्म अब छोटी टीमों को बड़ी कंपनियों से भी बेहतर प्रतिक्रिया और सेवा गुणवत्ता देने में सक्षम बना रहे हैं। यह केवल तकनीकी बदलाव नहीं, बल्कि एक संरचनात्मक लाभ है जो छोटे व्यवसायों की क्षमताओं को नया आकार दे रहा है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Gaurav Tiwari

static