मासूम बच्चे के सामने की उसके माता-पिता की हत्या

9/14/2019 12:09:34 PM

गुडग़ांव (ब्यूरो): एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में सीनियर एसोसिएट के पद पर कार्यरत विक्रम सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह की हत्या के आरोपित अभिनव अग्रवाल ने उसके मासूम बच्चे के सामने ही कर दी थी।यह खुलासा आरोपित ने पुलिस गिरफ्त में किया है। उद्योग विहार थाना पुलिस ने शुक्रवार को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए तीन दिन की रिमांड पर लिया है। बतादें कि आरोपी को पड़ोसियों की मदद से वीरवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था।

पूछताछ में अभिनव ने स्वीकार किया है कि उसने पहले विक्रम सिंह के ऊपर हमला किया। फिर उनकी पत्नी को मारा। हत्या करने के लिए वह चाकू कापसहेड़ा बॉर्डर से खरीदकर लाया था। वहीं एक दुकान में 20 रुपये देकर धार भी लगवाई ताकि हमला करने के बाद बचने की कोई गुंजाइश न रहे। उसे बताया कि वह योजना बद्व तरीके से दंपत्ति के घर पहुंचा और वारदात को अंजाम दिया।

गौरतलब है कि उद्योग विहार क्षेत्र के डूडाहेड़ा में किराए पर रहने वाले विक्रम सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह की वीरवार तड़के चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में आरोपित अभिनव अग्रवाल ने कबूल किया है कि उनके सात वर्षीय बेटे के सामने ही हत्याकांड को अंजाम दिया गया। माता-पिता की हत्या होते देखकर बच्चा डरकर मकान मालिक के कमरे में चला गया।

शोर सुनकर और बच्चे को रोता देखकर मकान मालिक, पास के कमरे में रहने वाले विक्रम के सगे भाई शैलेंद्र व चचेरे भाई अजय मौके पर पहुंचे और आरोपित अभिनव अग्रवाल को घटनास्थल पर ही पकड़ लिया। सूचना पर उद्योग विहार थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। 

हत्या की योजना के तहत विक्रम से मिलने पहुंचा उसके घर:
अभिनव के मुताबिक वह बुधवार रात ही विक्रम सिंह से मिलने आया था। बुधवार रात साढ़े नौ बजे वह उनके भाई से मिलने पहुंचा। दोनों ने साथ में शराब पी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, चाकू से विक्रम सिंह के सीने पर दो, कंधे व हाथ पर एक-एक वार किए गए, जबकि पत्नी की छाती पर दो वार किए गए हैं। विक्रम सिंह के चचेरे भाई अजय के मुताबिक, तड़के लगभग साढ़े तीन बजे विक्रम सिंह लहूलुहान हालत में कमरे के बाहर हॉल में पड़े थे, जबकि उनकी पत्नी तीसरी मंजिल की सीढ़ी के पास लहूलुहान हालत में थीं।

दोनों को सरकारी अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। आरोपित को ज्योति सिंह के पास से ही पकड़ा गया। इससे संभव है कि विक्रम पर हमले के बाद अभिनव जैसे ही ज्योति सिंह पर हमला किया, वह भागकर तीसरी मंजिल की तरफ चली गई होंगी। मकान तीन मंजिल का है और विक्रम सिंह दूसरी मंजिल पर रहते थे। आरोपित अभिनव अग्रवाल पहले से इनके संपर्क में भा। तीन-चार साल पहले साथ ही काम करता था।

नौकरी छोडऩे के बाद उसने विदेशों में नौकरी दिलाने का काम शुरू किया और एक साल पहले उसने विक्रम सिंह से भी दुबई में नौकरी दिलाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये लिए थे। बुधवार शाम पैसे लौटाने के बहाने ही वह आया था। आरोपति मूल रूप से यूपी के कानपुर का रहने वाला है और वर्तमान में दिल्ली के द्वारका में रहता है। 

Isha