SLCM’s के प्रोसेस मैनेजमेंट सिस्टम ''एग्रीरीच'' के एआई क्यूसी मॉड्यूल को मिली एनएबीएल की मंजूरी
3/19/2023 4:50:43 PM
गुड़गांव, (ब्यूरो): किसानों की मदद करने के लिए लॉन्च किए गए एक ऐप को राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) से मान्यता मिली है। सोहन लाल कमोडिटी मैनेजमेंट (एसएलसीएम) के :एग्रीरीच" को एनएबीएल ने मान्यता दी है। एसएलसीएम कृषि जिंसों के लिए वैश्विक पोस्ट-हार्वेस्ट स्पेस में भारत के अग्रणी व्यापक सेवा प्रदाताओं में से एक है। एसएलसीएम की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि एग्रीरीच एआई एमएल क्यूसी एप्लिकेशन के अंतर्गत आता है। एग्रीरीच के लिए ये मौका इसलिए भी खास है क्योंकि भारत के इतिहास में पहली बार किसी मोबाइल को एनबीएल से मान्यता मिली है।
एग्रीरीच एक ऐसा ऐप है जो नई तकनीक, टूल्स और खेती का निरीक्षण कैसे किया जा सकता है इसके बारे में किसानों को जानकारी देते है। ये ऐप किसानों की मदद में कितना फायदेमंद है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लॉन्च होने के बाद से केवल दो महीनों में, इसका उपयोग 17 राज्यों में 303 स्थानों पर 21.59 लाख मीट्रिक टन फसलों का निरीक्षण करने के लिए किया गया है।
बहुत आसान है इस ऐप का इस्तेमाल करना
कृषि उत्पादों की गुणवत्ता की जांच करने के लिए एआई एमएल क्यूसी मॉड्यूल स्मार्टफोन एप्लिकेशन का उपयोग करना
फोटो क्लिक करना जितना आसान है। ऐप के जरिए एक क्लिक के जरिए अपनी फसल का निरीक्षण किया जा सकता है। रिपोर्ट्स की मानें तो ऐप पर फोटो अपलोड करने से अनाज की बाहरी परत, वो कितनी क्षतिग्रस्त है, कितने समय में पकेगी, उसका रंग, लंबाई जैसी चीजों को कुछ ही वक्त में पता चल जाएगी।
संदीप सभरवाल ने जताई खुशी
एग्रीरीच को मान्यता मिलने पर एसएलसीएम ग्रुप के सीईओ मे खुशी जाहिर करते हुए कहा, "हमने एक दशक पहले वेयरहाउस मैनेजमेंट सिस्टम को 'फिजिटालाइजिंग' (फिजिकल + डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर) को बनाने का विजन तैयार किया था। प्रोफेशनल की टीम और एक लंबी प्रक्रिया के बाद हमने एग्रीरीच को तैयार किया। ये एक ऐसा ऐप है जो बुनियादी ढांचे, भूगोल और फसलों के प्रभावी भण्डारण समाधान को सक्षम बनाने में मदद करता है। हम भारतीय कृषि क्षेत्र की एकमात्र कंपनी हैं जिसने आज तक कृषि-रसद (वेयरहाउसिंग) खंड में एक प्रौद्योगिकी पेटेंट पंजीकृत किया है जो आजादी के 75 साल बाद कायम है। आज मुझे इस कां पर गर्व हो रहा है।"
एग्रीरीच की वजह से नुकसान हो रहा है कम
फिक्की द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, भारत का सबसे पुराना और सबसे बड़ा शीर्ष व्यापार संघ, गोदामों में लागू सेवाओं के "एग्रीरीच" ढांचे ने फसल के बाद के नुकसान को 10% के सामान्य रूप से स्वीकृत नुकसान से केवल 0.5% तक कम करने में योगदान दिया है।
आइए जानते हैं एसएलसीएम के बारे में
सोहन लाल कमोडिटी मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (एसएलसीएम) समूह भारत और म्यांमार में कृषि वस्तुओं के लिए वैज्ञानिक भंडारण, धूमन, परीक्षण और प्रमाणन और भंडारण रसीदों के खिलाफ वित्त पोषण जैसी प्रौद्योगिकी संचालित भंडारण सेवाएं प्रदान करता है। कंपनी किसानों, प्रोसेसर, मिलर्स, व्यापारियों, आयातकों, निर्यातकों, कमोडिटी एक्सचेंजों और केंद्र और राज्य सरकारों सहित पूरे कृषि पारिस्थितिकी तंत्र को सेवाएं प्रदान करती है। एसएलसीएम ने अब तक कपास, जौ, बाजरा, अरंडी के बीज, गेहूं, दालें, मक्का, मसाले, एलोवेरा आदि सहित 1090 से अधिक कृषि वस्तुओं का कार्यभार संभाला है।