ब्रिक्स सम्मेलन में निखरी नवनिर्माण की कहानी: लुधियाना के निशांत सामा ने बढ़ाया भारत का मान
punjabkesari.in Saturday, Dec 14, 2024 - 04:49 PM (IST)
गुड़गांव ब्यूरो : लुधियाना के प्रतिष्ठित उद्योगपति और ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के संयोजक निशांत सामा ने हाल ही में लखनऊ में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन और ब्राजील में हुए G20 समिट में अपनी कुशल नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन करते हुए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का मान बढ़ाया। इन मंचों पर निशांत सामा ने भारत की भूमिका को नई दिशा दी और भारत-कंबोडिया तथा भारत-अफ्रीका के बीच व्यापारिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूती प्रदान की।
भारत-कंबोडिया और G20 में सहयोग का नया अध्याय
लखनऊ में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन में निशांत सामा ने कंबोडिया के प्रधानमंत्री और उनके कानूनी सलाहकार से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने भारत और कंबोडिया के बीच व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण विचार साझा किए।
इसके अलावा, ब्राजील में आयोजित G20 समिट में उनकी भागीदारी ने भारत की अंतरराष्ट्रीय रणनीति को और मजबूती दी। निशांत सामा ने ब्राजील में अपने विचारों से भारत की आर्थिक और कूटनीतिक दृष्टि को प्रस्तुत किया। उनकी भागीदारी ने यह दिखाया कि कैसे भारत वैश्विक मंचों पर अपने प्रभाव को बढ़ा रहा है।
इंडो-अफ्रीका ट्रेड एसोसिएशन के डायरेक्टर बने
निशांत सामा की उपलब्धियों में एक और महत्वपूर्ण नाम जुड़ गया, जब उन्हें इंडो-अफ्रीका ट्रेड एसोसिएशन, पंजाब का डायरेक्टर नियुक्त किया गया। यह सम्मान उन्हें फिनलैंड के राजदूत द्वारा दिया गया, जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार में उनके योगदान को दर्शाता है। निशांत सामा के इस पद पर आने से भारत-अफ्रीका व्यापार संबंधों को नई ऊंचाई मिलने की उम्मीद है।
लुधियाना से लेकर ब्रिक्स और G20 के वैश्विक मंचों तक, निशांत सामा ने यह साबित कर दिया है कि समर्पण और मेहनत से हर मंजिल पाई जा सकती है। उनकी यह यात्रा पंजाब और भारत के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
निशांत सामा की भागीदारी ब्रिक्स और G20 जैसे प्रतिष्ठित मंचों पर यह दर्शाती है कि भारत कैसे नवाचार और सहयोग को प्राथमिकता देकर वैश्विक संबंधों को नई दिशा दे रहा है। उनकी यह पहल न केवल व्यापारिक दृष्टिकोण को सुदृढ़ करती है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को भी मजबूत बनाती है।
ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के नेतृत्व दल को, विशेष रूप से श्री समीप शास्त्री और अन्य वरिष्ठ सदस्यों को, इस आयोजन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया गया। उनके प्रयासों ने भारत-कंबोडिया और भारत-अफ्रीका संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ा।