पीएम विश्वकर्मा योजना कारीगरों के लिए सुनहरा अवसर

punjabkesari.in Monday, Sep 11, 2023 - 08:43 PM (IST)

गुड़गांव, ब्यूरो: भारत सरकार की नई स्कीम पीएम विश्वकर्मा के तहत 18 श्रेणियों के कारीगरों को सस्ती ब्याज दरों पर लोन, मुफ्त औजार, प्रशिक्षण, मार्केटिंग सपोर्ट, डिजिटल ट्रांजेक्शन (यूपीआई) को प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहन, सर्टिफिकेट तथा पहचान पत्र प्रदान किया जाएगा। एडीसी हितेश कुमार मीणा ने सोमवार को विकास सदन स्थित मीटिंग हॉल में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर यह जानकारी दी।

 

योजना का शुभारंभ 17 सितंबर को माननीय प्रधानमंत्री द्वारा वेबकास्ट के माध्यम से किया जायेगा। इस अवसर पर गुरुग्राम जिला में भी कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।एडीसी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा बजट 2023-24 में घोषित पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए 13000 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। इस योजना में छोटे औजारों का उपयोग करके अपने हाथों से काम करने वाले दस्तकारों एवं कारीगरों जैसे लोहार, सुनार, कुम्हार, बढ़ई, मोची, नाई, दर्जी, धोबी, गुडिय़ा और खिलौना निर्माता/ टोकरी निर्माता/ चटाई निर्माता/ झाड़ू निर्माता, मूर्तिकार, शिल्पकार, राज मिस्त्री आदि को सक्षम बनाने के लिए अनेक लाभ प्रदान किए जाएंगे। जिसमें रियायती ब्याज दरों पर 3 लाख रूपये तक का गारंटी रहित ऋण (पहली बार 1 लाख रूपये एवं दूसरी बार 2 लाख रूपये), उन्नत कौशल के लिए मुफ्त प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षण के दौरान 500 रूपये दैनिक भत्ता, रूपये 15000 तक का टूल किट, डिजिटल ट्रांजेक्शन, सर्टिफिकेट तथा पहचान पत्र प्रदान दिए जायेंगे।

 

एडीसी ने बताया कि प्रार्थी की आयु 18 वर्ष या इससे अधिक हो और पिछले 5 वर्षों में केंद्र सरकार अथवा राज्य सरकार की किसी भी स्वरोजगार की योजना में ऋण ना लिया हो। सरकारी सेवा में कार्यरत व्यक्ति और उनके परिवार के सदस्य इस योजना के पात्र नहीं होंगे। सभी पात्र दस्तकार एवं कारीगर अपने आधार नंबर, मोबाइल, बैंक विवरण एवं राशन कार्ड के साथ अपने नजदीकी सीएससी केंद्र/ अटल सेवा केंद्र से अपना पंजीकरण करवाकर इस योजना के लाभ प्राप्त कर सकते है। एडीसी ने

 

जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को निर्देश दिए कि वे जिला की सभी ग्राम पंचायतों में मुनादी करवाकर योजना के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें। वहीं जिला के सभी सीएससी केंद्रों पर आने वाले पात्र व्यक्तियों को भी योजना की जानकारी अवश्य दी जाए।

 

बैठक में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी वीरेंद्र सिंह, एमएसएमई विकास कार्यालय करनाल से सहायक निदेशक मुकेश वर्मा व केसी मीणा, एमएसएमई गुरुग्राम से संयुक्त निदेशक सतीश कुमार, आईईओ कैलाश चंद्र, एलडीएम अशोक कुमार जुलाहा, पीएनबी बैंक से एपी सिंह व प्रवेंद्र कुमार, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की जिला प्रबंधक दीप्ति ढींढसा, सीएसई जिला प्रबंधक विकास पुनिया उपस्थित रहे। 


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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