फैक्ट्री से निकलता जहरीला धुआं,फैला रहा प्रदुषण

punjabkesari.in Friday, Sep 13, 2019 - 11:49 AM (IST)

नूंह (ब्यूरो): एक तरफ जहां सरकार पर्यावरण को संतुलित रखने में जी-तोड़ प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी तरफ आबादी के आसपास प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियां धडल्ले से चल रही है जो न केवल लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रही है बल्कि सरकार की नीतियों को भी पलीता लगा रही है। ठीक ऐसा ही एक मामला इन दिनों नूंह उपमंड़ल के छछेड़ा से घासेड़ा रोड पर देखने को मिल रहा है। इस रोड़ पर एक टायर जलाकर उसका तेल निकालने की फैक्ट्री लगी हुई है।

जिसमें प्रतिदिन सैंकड़ों टायरों को जलाकर उनसे तेल निकाला जाता है। इस फैक्ट्री से निकलने वाला जहरीला धुआं आसपास लगते गांव घासेड़ा, बाजड़का, छछेड़ा, आलदोका, छपेड़ा आदि की आबोहवा को बुरी तरह प्रदूषित करता है।हालात इतने गंभीर है कि सफेद कपड़ा यदि खुले में रख दिया जाए तो थोड़ी देर में ही वह काला हो जाता है।

अनीश पुत्र मोहम्मद कासिम निवासी घासेड़ा, योगेश देशवाल आलदोका, जमशेद, अजहरूद्दीन, वसीम अकरम, जुनैद, साहिल खान आदि ने बताया कि इसके प्रदूषण से लोगों को कैंसर, टीबी, दमा, चमड़ी के रोग तेजी से हो रहे है। इस पर तुरंत नियंत्रण नहीं किया गया तो यह फैक्ट्री बहुत जल्द इस इलाके को गंभीर बीमारियों की चपेट में ले लेगी।

कई जगह की शिकायत:
लोगों ने बताया कि इस फैक्ट्री की शिकायत सीएम विंडो, उपायुक्त, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड गुरुग्राम समेत कई स्थानों पर की जा चुकी है, लेकिन फैक्ट्री मालिक की ऊंची पहुंच के चलते इन शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और उन्हें ऐसे ही बंद कर दिया गया।

गुरुवार को फिर से सीएम विंडो व उपायुक्त नूंह को शिकायत दी गई है और यदि इस बार कोई कार्रवाई नहीं हुई तो फैक्ट्री को बंद करवाने के लिए प्रशासन के साथ आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा।वहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कुलदीप ने कहा कि कोई शिकायत उनके पास नहीं पहुंची है, जैसे ही शिकायत मिलेगी, तुरंत मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी और लोगों के स्वास्थ्य के साथ किसी भी कीमत पर खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।


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Isha

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