प्रियांशु भारद्वाज ने की एक प्रतिभाशाली रैपर यात्रा का आगाज

punjabkesari.in Thursday, Feb 02, 2023 - 07:31 PM (IST)

गुडगांव ब्यूरो : रैंप एक प्रकार का संगीत है जिसमें लय के साथ तीव्र गति में बोला जाता है, इसे गाने वाले को रैपर कहते हैं। किसी भी गायक या रैपर के लिए सुर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत में रैप की शुरुआत 2000 के दशक में हुई और थोड़े ही समय मे ये हिप-हॉप कल्चर को आसमान पर ले गई। भारत ने विश्व में कई रैपर दिए है जिनमें बोहीमिया, बादशाह, हनी सिंह आदि प्रमुख है। कई भारतीय युवा रैपर बनने का सपना देखते हैं और लगन व मेहनत के आधार पर सफलता हासिल करते है, ऐसे ही एक सफल रैपर है, प्रियांशु भारद्वाज इनका जन्म 2 मई 1996 को उत्तराखण्ड में हुआ। प्रियांशु का सपना एक रैपर बनने का था जिसके लिए उन्होने कड़ी मेहनत की और 2017 में अपने कैरियर की शुरुआत की। प्रियांशु, ध्वनि की नियमित आवृत्ति, अनुनाद, रैप करते समय सुर में उत्तार चढाव, आदि के लिए जाने जाते है। एक रैपर के अलावा प्रियांश यू-ट्यूबर और कॉमेडियन भी है जिनके कई मिलियन फॉलोअरस भी है। 

 

प्रियांशू को म्यूजिक से बेहद प्यार है, उनका कहना है कि संगीत एक प्रकार की औषधि है, यह तनाव कम करता है और ध्यान लगाने में मदद करता है। प्रियांश भारद्वाज युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है, अपने संगीत द्वारा किसी भी कारणवर्ष पीडित हुए लोगो की घबराहट और परेशानी को कम करने का प्रयास भी करते है इतना ही नहीं, लोगों को डिप्रेशन जैसी कई बीमारियों से बाहर निकलने के लिए मुफ्त गायन प्रोग्राम का भी आयोजन करते है। काफी कम समय में सफलता हासिल करने वाले प्रियांशु भारद्वाज ने इस मुकाम तक पहुँचने के लिए कड़ी मेहनत की है इसलिए इनके चाहने वालो की संख्या बहुत अधिक है।

 

समाज के प्रति इनका व्यवहार एक जिम्मेदार व्यक्ति का है। भारत में हिप हॉप संगीत को मशहूर बनाने में इनका योगदान सराहनीय रहा है। यह जानकर बहुत अच्छा लगा कि कला ऐसे दर्शकों तक पहुंच रही है जो इसे पसंद करते हैं। इनका गायन अन्य लोगो को एक रैपर बनने के लिए भी प्रेरित करता है। इनका आत्मविश्वास, धैर्य और उत्साह इन्हें भविष्य का सुपरस्टार बनाने के लिए तत्पर है।


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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